क्या लॉकडाउन 5.0 भी होगा, जानने के लिए पढ़िए यह खबर

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नई दिल्ली। कुछ मीडिया संस्थानों की तरफ से लॉकडाउन के पांचवें दौर को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। कोरोना संकट के मद्देनजर लॉकडाउन के पांचवें चरण का खाका अभी ,से तैयार किया जा रहा है। लॉकडाउन 5.0 को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही मन की बात कर सकते हैं। लॉकडाउन के पांचवें चरण में कोरोना प्रभावित 11 शहरों को छोड़कर बाकी देश में छूट का दायरा बढ़ाया जा सकता है।

सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन का पांचवा चरण 11 शहरों पर केंद्रित होगा, जिसमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, ठाणे, इंदौर, चेन्नई, अहमदाबाद, जयपुर, सूरत और कोलकाता शामिल हैं। इन शहरों में 70 फीसदी से अधिक कोरोना केस हैं। केवल 5 शहरों (अहमदाबाद, दिल्ली, पुणे, कोलकाता, मुंबई) में तो आंकड़ा 60 फीसदी के पास है।

लॉकडाउन के पांचवें चरण में केंद्र की ओर से धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट दी जा सकती है, लेकिन नियम और शर्तें लागू रहेंगी। धार्मिक स्थल पर कोई भी मेला या महोत्सव मनाने की छूट नहीं होगी। साथ ही अधिक संख्या में लोग इकट्ठा नहीं होंगे। मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगा।

इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के दावों में कोई दम नहीं है। गृह मंत्रालय ने अपने स्पष्टीकरण में साफ कहा है कि लॉकडाउन 5.0 की खबरें बिल्कुल बेबुनियाद हैं। ध्यान रहे कि लॉकडाउन की रूपरेखा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) तय करता है।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता का ट्वीट
दरअसल, एक मीडिया संस्थान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को लेकर खबर प्रकाशित करते हुए संभावना जताई कि पीएम 31 मई को अपने इस लोकप्रिय कार्यक्रम में लॉकडाउन के पांचवें चरण का ऐलान भी कर सकते हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह पूर्णतः एक अटकल है जो बिल्कुल आधारहीन है। प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि इन अटकलों को गृह मंत्रालय के साथ जोड़ना उचित नहीं है।

कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए देश में पहली बार 25 मार्च को लॉकडाउन घोषित किया गया। तब से देशव्यापी लॉकडाउन की मियाद में चार बार इजाफा किया जा चुका है। लॉकडाउन 4.0 की शुरुआत 18 मई से हुई जो 31 मई तक जारी रहेगी। हालांकि, 25 मार्च से 14 अप्रैल तक की अवधि के लिए घोषित पहले लॉकडाउन के मुकाबले अभी नियमों में काफी ढील मिली हुई है।