कोटा में नई तकनीक के उद्योगों को विकसित करने के प्रयास हों: माहेश्वरी

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कोटा। औद्योगिक विकास को दृष्टिगत रखते हुये जिला उद्योग केन्द्र की ओर से आज यूआईटी ओडिटोरियम में जिला उद्यम समागम का आयोजन किया गया। जिसमें विशिष्ट अतिथि कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने इसे औद्योगिक पुनः उत्थान के लिये नया प्रयास बताया। माहेश्वरी ने कहा कि पूर्व में आयोजित उद्योग मेेले का छोटा रूप है, जिसे बढ़ा रूप दिया जाना चाहिए। जिससे छोटे उद्यमियों को भी अपने उत्पादन का प्रदर्शन करने का अवसर मिले।

उन्होंने कहा सन् 1991 से 2000 तक आयोजित उद्योग मेले में 1000 तक स्टाले लग जाती थी एवं उद्योग प्रोत्साहन की कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाता था। मैं जब 1995-96 में दी एसएसआई एसोसिएशन का अध्यक्ष था, तब हमारे द्वारा भराये गये दशहरा मेैदान में उद्योग मेले में 750 स्टाल लगी थी, जिसने बाद में दशहरे जैसा स्वरूप ले लिया था।

उन्होंने कहा सरकार द्वारा नई उद्योग नीति लाई गई है, उसमें जिस तरह के प्रावधान हैं। उसमें निश्चित ही औद्योगिक विकास की संभावनाये नजर आ रही है। इसमें जो खामियां हैं उसे भी दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि नई तकनीक के उद्योगो को विकसित करने एवं जानकारी देने के लिये उद्यमियों को देश विदेश का भ्रमण एवं कार्यशाला का आयोजन किया जाना चाहिए।

मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त एलएल सोनी ने कहा कि सरकारी नीतियों में दी गई छूट का फायदा उठाने के लिये उद्यमियों को आगे आना चाहिए। इस अवसर पर दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्द राम मित्तल ने सरकारी नई नीतियों की जानकारी दी।

समारोह में एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलदीप सिंह, उद्योग मुख्यालय जयपुर के संयुक्त निदेशक योगेन्द्र गुरूनानी, MSME जयपुर के सहायक निदेशक अजय शर्मा, एग्रो फुडपार्क एसोसिएशन के सचिव डी. सी. जैन , लघु उद्योग कांउसिंल के अध्यक्ष एल. सी. बाहेती, कोटा स्टोन स्माल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन रामगंजमण्डी के अध्यक्ष नरेन्द्र काला, जिला उद्योग केन्द्र के आर के सेठी उपस्थित थे। इस अवसर पर करीब 50 से अधिक स्टाले लगाई गई।