अब सहकारी बैंकाें की ऑडिट सरकार अपने स्तर पर कराएगी, जांच दल गठित

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जयपुर। केंद्रीय सहकारी बैंकों की मॉनिटरिंग अब सरकार सीधे अपने स्तर पर करेगी। बैंकों में वित्तीय घोटालों और किसान बीमा में अपेक्स बैंक की लापरवाही सामने आने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इसके लिए पहली बार सहकारिता रजिस्ट्रार मुक्तानंद अग्रवाल ने विभाग एवं अपेक्स बैंक के अधिकारियों के 10 संयुक्त निरीक्षण दल गठित किए हैं।

ये निरीक्षण दल सोमवार से 29 केन्द्रीय सहकारी बैंकों का निरीक्षण कर रिपोर्ट रजिस्ट्रार कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे। प्रत्येक 3 सदस्य निरीक्षण दल एक केन्द्रीय सहकारी बैंक में 5 दिन निरीक्षण करेगा। बैंक निरीक्षण के साथ एक ग्राम सेवा सहकारी समिति तथा बैंक की एक शाखा का भी निरीक्षण करेंगे।

निरीक्षण के दौरान दल, बीमा की स्थिति, वितरीत ऋण राशि एवं ब्याज अनुदान पेटे राशि का पुनभर्रण, ऑडिट की स्थिति, खातों का मिलान व अन्तर संबंधी विवरण, विभिन्न मदों में व्यय तथा विभाग व बैंक से जाने वाले परिपत्रों एवं दिशा-निर्देशों की पालना की स्थिति को बारीकी से देखेंगे।

अग्रवाल ने बताया कि निरीक्षण दल केन्द्रीय सहकारी बैंकों की हिस्सा पूंजी, कोष प्रबंधन, विनियोग, अमानतें, बैंकिंग व सोसायटी अधिनियम की पालना, उधार, ऋण अग्रिम, बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की स्थिति, मांग, वसूली व बकाया की स्थिति, एनपीए, सीआर एआर, लेखांकन प्रणाली, कम्प्यूटराईजेशन की स्थिति, ऋण वितरण की स्थिति सहित अन्य बिन्दुओं को ध्यान में रखकर निरीक्षण किया जाएगा। इस बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश टीम सदस्यों को दिए जा चुके है।

शिकायतें मिल रही हैं
कुछ सहकारी बैंकों में गबन के प्रकरण सामने आए हैं। बैंकों की कार्यप्रणाली को लेकर कई जगह से शिकायतें मिल रही हैं। बैंकों एवं ग्राम सेवा सहकारी समितियों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाया जा सके। किसानों से जुड़े निर्णयों की क्रियान्विति बेहतर ढंग से हो सके इसके लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। 10 टीमों में विभाग एवं बैंक के 30 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। -मुक्तानंद अग्रवाल, सहकारिता रजिस्ट्रार