कहीं आपको भी मनोचिकित्सक की जरूरत तो नहीं, देखिए वीडियो

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दिनेश माहेश्वरी, कोटा। किसी भी व्यक्ति को मनोचिकित्सक के पास जाने की सलाह देना, सुनने वाले को बड़ा ही अपमानजनक लगता है। फिर भी मेरी आपको सलाह है कि आपके व्यवहार में बदलाव आ रहा है, आप अजीबोगरीब हरकतें कर रहे हैं, तो आप मनोचिकित्सक को जरूर दिखाएं। मेरी आपके परिजनों और मित्रों को भी यही सलाह है कि वह आपको मनोचिकित्सक के पास ले जाएं।

मेरी यह खबर पढ़कर आपको लग रहा होगा शायद मैं पागल हूँ, जो आपको सलाह दे रहा हूँ। जी नहीं, जनाब यह मैं नहीं बल्कि आपका व्यवहार बता रहा है। फिर भी अगर आप नहीं मानते हो तो हमारे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वरिष्ठ  मनोचिकित्सक डॉ. एमएल अग्रवाल का यह साक्षात्कार जो उन्होंने हमारे चैनल LEN DEN NEWS को खास तौर से दिया है, आप उनका यह वीडियो जरूर देखिए। यह देखकर आपको लगेगा, कि कहीं आपको भी मनोचिकित्सक की जरूरत तो नहीं है। 

व्यक्ति का चिड़चिड़ापन, बात – बात में गुस्सा, बार -बार हाथ धोना या बार- बार ताला खोलना- लगाना। आत्महत्या का विचार आना,अपने आप को बहुत बड़ा समझना या हीन भावना से ग्रस्त होना यह सब मनोरोग के लक्षण हैं। डॉक्टर कहते हैं कि यह रोग काउंसलिंग से ठीक हो सकते हैं। अगर बीमारी पुरानी हो तो दवा की जरूरत पड़ सकती है।