सीए, डॉक्टर एवं आईआईटीएन को बनाएं रोल मॉडल : चेतन भगत

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कोटा। श्रेष्ठता का सिद्धांत देश की सबसे बड़ी समस्या है। इसको खत्म करने से देश में ही रियल डेमोक्रेसी आएगी। एक तबका दूसरे तबके को आगे बढ़ने नहीं देता। इन क्षेत्रों में यही कल्चर है। वर्तमान हालातों को देखते हुए ही मैंने कहा कि इट्स बेटर टू बी नीच। व्यक्ति को जमीन से जुड़ा रहना चाहिए।

यह बात नॉवेल राइटर चेतन भगत ने तीन दिवसीय कॅरिअर उत्सव के शुरुआती सेशन में मोटिवेशन स्पीकर चेतन भगत ने कोटा में कही। अंग्रेजी लेखकों को भारतीय लेखकों से अधिक महत्व के सवाल पर उन्होंने कहा कि बाहर की चीजें लोगों को ज्यादा पसंद आती है।

भारतीय लेखक भी अच्छा लिख रहे हैं। उन्होंने भी माना कि बच्चों और लोगों की रीडिंग हैबिट कम हो रही है। इस कारण फोन सोशल मीडिया पर लोग अधिक समय दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अभी तक बच्चों के रोल माॅडल क्रिकेटर्स और एक्टर्स हैं। अब समय गया है कि उनके रोल मॉडल सीए, आईआईटीयन और डॉक्टर होने चाहिए। उन्होंने माना है कि आईआईटी एंट्रेंस बहुत स्ट्रेस देने वाला एग्जाम है।

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर उन्होंने कहा कि कुर्सी तो घर में ही थी। हालांकि विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उम्मीद है कि नई जिम्मेदारी को अच्छी तरीके से निभाएंगे।

आज यह होगा कॅरिअर उत्सव में
एक्सपर्ट की ओर से सुबह दस से 12 बजे तक ऑडिटोरियम एक में इंजीनियरिंग के अतीत, वर्तमान भविष्य के बारे में बताया जाएगा। दोपहर तीन से पांच बजे महत्वपूर्ण सेशन आईआईटी फैक्ट्स एंड मिथ के बारे में बताया जाएगा। आईआईटी पास आउट स्टूडेंट्स ही कोचिंग स्टूडेंट्स की जिज्ञासाओं को शांत करेंगे। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अनछुए पहलू डिजाइन आर्किटेक्चर में कॅरियर के बारे में बताया जाएगा।