Train-18 का कोटा सवाईमाधोपुर ट्रैक पर पानी डालकर किया ट्रायल

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कोटा। ट्रेन18 की ट्रॉयल मंगलवार को ट्रैक पर पानी डालकर की गई। इस ट्रॉयल का उद्देश्य बरसात के मौसम में ट्रेन को स्पीड पर चलाए जाने पर ट्रैक व ट्रेन की स्थिति का पता लगाना है।
ट्रेन -18 मंगलवार को शाम को 4.45 बजे कोटा रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन को कोटा-सवाईमाधोपुर सेक्शन पर चलाया गया। इस दिन ट्रॉयल अलग तरीके से की गई। ट्रेन में लगे मोटर से ट्रैक पर पानी डाला जा रहा था। साथ ही ट्रेन चलती जा रही थी।

 भीगी हुई रेल पटरी पर ट्रेन की क्या स्थिति है। यह पता किया जा रहा था। पहले ट्रेन को कम स्पीड से चलाया गया। बाद में स्पीड बढ़ाकर चलाकर देखा गया। आरडीएसओ के टेस्टिंग डीआईआर प्रशांत ने बताया कि मंगलवार को टेस्टिंग बरसात में ट्रेन को किस अधिकतम स्पीड से चलाया जा सकता है। इसका पता करने के लिए रेल पटरी पर पानी डालकर ट्रेन को चलाया गया है।

180 से दौड़ चुकी है ट्रेन : ट्रेन -18 का परीक्षण पश्चिम मध्य रेल के कोटा मंडल में सफलतापूर्वक किया गया। पश्चिम मध्य रेल पर 1 दिसंबर को ट्रेन-18 का स्पीड ट्रायल रन तीन चरणों में किया गया, जिसमें गाड़ी को 150, 160 तथा 170 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से कोटा-सवाई माधोपुर रेल खंड में चलाकर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसी प्रकार 2 दिसंबर को ट्रेन-18 का स्पीड ट्रायल रन 180 किमी प्रतिघंटा की गति से कोटा-सवाईमाधोपुर के मध्य एवं कुरलासी -कोटा के मध्य सफलतापूर्वक किया गया।

16 चेयरकार कोच :ट्रेन में कुल 16 चेयरकार कोच जिनमें 2 द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित ड्राइविंग ट्रेलर कोच, 12 द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोच एवं 2 एक्जीक्यूटिव वातानुकूलित कोच हैं। इस ट्रेन में द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित ड्राइविंग ट्रेलर कोच में 44 यात्रियों तथा द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोच में 78 यात्रियों की एवं एक्जीक्यूटिव वातानुकूलित कोच में 52 यात्रियों की बैठने की सुविधा हैं। इस प्रकार कुल ट्रेन-18 में 1128 यात्रियों को बर्थ की सुविधा मिलेगी।