RBI मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक 28 को, रेपो रेट में 0.50% बढ़ोतरी संभव

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नई दिल्ली। आरबीआई (RBI) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की इस हफ्ते बैठक होने जा रही है। माना जा रहा है कि रेपो रेट (repo rate) में फिर 50 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की जा सकती है। अमेरिकी फेड रिजर्व (US Fed Reserve) ने ब्याज दरों में लगातार तीसरी बार 75 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की है। इससे रुपये पर दबाव बढ़ गया है। साथ ही खुदरा महंगाई (retail inflation) भी अगस्त में फिर बढ़ गई है।

ऐसी स्थिति में अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरबीआई शुक्रवार को रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकता है। आरबीआई ने महंगाई को काबू में करने के लिए रेपो रेट में मई से अब तक 1.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इस दौरान रेपो दर चार प्रतिशत से बढ़कर 5.40 प्रतिशत पर पहुंच चुकी है। अगर इसमें 50 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी होती है तो रेपो दर 5.90 परसेंट पहुंच जाएगा। इससे बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे और आपकी लोन की किस्त बढ़ जाएगी।

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली एमपीसी की तीन दिन की बैठक बुधवार को शुरू होगी और इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी शुक्रवार को दी जाएगी। माना जा रहा है कि आरबीआई लगातार चौथी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। मई में रेपो रेट में 0.40 फीसदी का इजाफा किया गया था। इससे बाद जून और अगस्त में इसमें 50-50 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की गई। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर आधारित खुदरा महंगाई में मई से कुछ कमी आई थी लेकिन अगस्त में यह फिर सात प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। आरबीआई रेपो रेट पर विचार करते समय खुदरा महंगाई पर गौर करता है।

कितनी बढ़ जाएगी किस्त: यह पहला मौका है जब ग्राहकों पर रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट का असर दिख रहा है। रेपो वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को पैसा देता है। रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट को अक्टूबर 2019 में शुरू किया गया था। दरों में कटौती का फायदा ग्राहकों तक नहीं पहुंच रहा था। इसलिए आरबीआई ने यह व्यवस्था अपनाई थी। महामारी की शुरुआत में जब आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती करके इसे चार फीसदी पर ला दिया था तो ग्राहकों को इसका फायदा मिला था। लेकिन इसके बाद महंगाई को काबू में करने के लिए केंद्रीय बैंक को इसमें इजाफा करना पड़ा।

अगर किसी व्यक्ति ने अप्रैल 2022 में एक करोड़ रुपये का होम लोन 6.9 फीसदी ब्याज पर 20 साल के लिए ले रखा है तो उसकी किस्त 76,931 रुपये होगी। लेकिन रेपो रेट में 50 फीसदी बढ़ोतरी के बाद यह 87,734 रुपये चली जाएगी। बैंक ऑफ बड़ौदा में चीफ इकनॉमिस्ट मदन सबनवीस ने कहा कि महंगाई सात परसेंट के करीब बनी रह सकती है। ऐसे में रेपो रेट में बढ़ोतरी तय है। एसबीआई ने अपनी विशेष रिपोर्ट में कहा था कि ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी तय है। रेपो रेट 6.25 फीसदी तक जा सकता है। जानकारों का कहना है कि रेपो रेट में बढ़ोतरी से बैंक होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ाएंगे।