OpenAI ने भारत में प्रज्ञा मिश्रा को बनाया गवर्मेंट रिलेशंस हेड

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नई दिल्ली। OpenAI First Hiring in India:: चैटजीपीटी (ChatGPT) की मूल कंपनी ओपनएआई (OpenAI) ने प्रज्ञा मिश्रा (Pragya Misra) को भारत में अपने पहले कर्मचारी के रूप में नौकरी पर रखा है। कंपनी में उनकी भूमिका गवर्मेंट रिलेशंस हेड (government relations head) की होगी।

इस पद पर काम करते हुए मिश्रा, विश्व की सबसे अधिक आबादी वाले देश भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रेगुलेशन से जुड़े नियमों को आकार देगी। समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

टेक दिग्गजों में से एक माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में बड़ा निवेश किया है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि OpenAI ने भारत में पब्लिक पॉलिसी से जुड़े मामले और पार्टनरशिप्स को लीड करने के लिए प्रज्ञा मिश्रा को नियुक्त किया है। 39 वर्षीय मिश्रा इससे पहले ट्रूकॉलर एबी (Truecaller AB) और मेटा प्लेटफ़ॉर्म इंक (Meta Platforms Inc.) के लिए काम कर चुकी हैं। वह इस महीने के अंत तक OpenAI में अपनी नई पारी की शुरुआत कर सकती हैं।

OpenAI ने इस संबंध में टिप्पणी करने के ब्लूमबर्ग के अनुरोध का अब तक कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, दूसरी तरफ प्रज्ञा मिश्रा ने भी लिंक्डइन मैसेज का तुरंत जवाब नहीं दिया। यह नियुक्ति ऐसे समय में हो रही है जब देश में नई सरकार चुनने के लिए पहले चरण की वोटिंग हो रही है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित नियमों को आकार देने में प्रज्ञा मिश्रा की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती हैं।

इसके अलावा यह कदम वैश्विक स्तर पर सरकारों के साथ जुड़ने की ओपनएआई की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है क्योंकि दुनिया भर की सरकारें इस बात पर विचार कर रही हैं कि तेजी से विकसित हो रही टेक्नोलॉजी को कैसे रेगुलेट किया जाए। 1.4 अरब की आबादी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ भारत- दुनियाभर की टेक कंपनियों के लिए विकास का एक बड़ा बाजार है। हालांकि, घरेलू कंपनियों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए कानून निर्माताओं और नियामकों के प्रयासों को देखते हुए, भारतीय बाजार में नेविगेट करना चुनौतियां पैदा करता है।

प्रज्ञा मिश्रा ट्रूकॉलर एबी (Truecaller AB) और मेटा प्लेटफ़ॉर्म इंक (Meta Platforms Inc.) के लिए काम कर चुकी हैं। ट्रूकॉलर एबी में वह सार्वजनिक मामलों की हेड थी। ट्रूकॉलर भी भारतीय बाजार को अपने टॉप मार्केट के तौर पर देखती है। इससे पहले, वह मेटा प्लेटफ़ॉर्म इंक में थीं, जहां उन्होंने 2018 में गलत सूचना के खिलाफ व्हाट्सएप के अभियान का नेतृत्व किया था।