NEET-UG-2023 Result: जानिए, नीट यूजी टॉपर्स की सफलता का राज

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पार्थ खंडेलवाल ने आल इंडिया रैंक-10 के साथ राजस्थान टॉप किया

कोटा। NEET-UG-2023 Result : देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल इलेजिब्लिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट-यूजी) -2023 का परिणाम जारी कर दिया गया है। एलन के टॉप-20 में पांच स्टूडेंट्स ने जगह बनाई है।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन के पार्थ खंडेलवाल ने 715 अंक प्राप्त कर आल इंडिया रैंक-10 प्राप्त की है। इसके साथ ही पार्थ ने राजस्थान टॉप किया है। 715 अंक प्राप्त करके ही शशांक कुमार ने आल इंडिया रैंक 14 प्राप्त की तथा बिहार स्टेट टॉप किया है। शुभम बंसल ने 715 अंक प्राप्त कर एआईआर-16 तथा उत्तर प्रदेश टॉप किया है।

अरनब पाती ने भी 715 अंकों के साथ आल इंडिया रैंक-19 तथा शशांक सिन्हा ने 712 अंक प्राप्त कर आल इंडिया रैंक 20 प्राप्त की है। ऐसे में टॉप-20 में एलन के 5 स्टूडेंट्स ने अखिल भारतीय स्तर पर टॉप-20 में रैंक प्राप्त की है। इसके साथ ही टॉप-50 में 16 स्टूडेंट्स ने स्थान प्राप्त किया है। एनटीए द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार 16 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिन्होंने 715 अंक प्राप्त किए हैं और इन स्टूडेंट्स को आयु के मापदण्ड के आधार पर प्रवेश में वरीयता दी जा रही है।

डॉ. माहेश्वरी ने बताया कि यह परीक्षा एम्स सहित देश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 104333, बीडीएस की 27868, आयुष पाठ्यक्रम ( बीऐएमएस, बीएचएमएस, बीवायएमएस, बीयूएमएस,) की 52720 बीवीएससी एवं चयनित बीएससी नर्सिंग कॉलेज के पाठ्यक्रमों की करीब 1 लाख 90 हजार सीटों के लिए हुई।

नीट-यूजी 2023 परीक्षा 7 मई 2023 को हुई, जिसमें लगभग 20 लाख 89 हजार विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। नीट में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा था। परीक्षा में 20 लाख 87462 विद्यार्थी शामिल हुए। इनकी परीक्षा 499 परीक्षा शहरों के 4097 परीक्षा केन्द्रों पर हुई। इसमें देश के बाहर 14 शहर भी शामिल थे। परीक्षा 7 मई को दोपहर 2 से 5.30 बजे के बीच हुई थी।

मणिपुर में 8753 स्टूडेंट्स की परीक्षा 11 शहरों के 34 परीक्षा केन्द्रों पर 6 जून को दोपहर 12 से 3.20 बजे तक हुई। परीक्षा 13 भाषाओं में हुई। विदेशों में अबूधाबी, बैंकॉक, कोलंबो, दोहा, काठमांडू, कुआलालंपुर, मनामा, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर, दुबई, कुवैत तथा लागोस में परीक्षा हुई थी।

यह परीक्षा एम्स सहित देश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 104333, बीडीएस की 27868, आयुष पाठ्यक्रम ( बीऐएमएस, बीएचएमएस, बीवायएमएस, बीयूएमएस,) की 52720 बीवीएससी एवं चयनित बीएससी नर्सिंग कॉलेज के पाठ्यक्रमों की करीब 1 लाख 90 हजार सीटों के लिए हुई।

हार्डवर्क और नियमित स्टडी से मिली सफलता : पार्थ खंडेलवाल
एलन के 3 साल से क्लासरूम स्टूडेंट पार्थ खंडेलवाल ने नीट में 715 अंक प्राप्त कर आल इंडिया रैंक 10 प्राप्त की है। पार्थ का मानना है कि यदि संगति अच्छी है तो आपका सब अच्छा होगा। बड़ी बहन ज्हानवी खंडेलवाल मुझे इंस्पायर करती है, वो भी एलन स्टूडेंट रह चुकी है और फिलहाल एसएमएस जयपुर से एमबीबीएस कर रही है। पार्थ ने बताया कि हार्डवर्क और नियमितता ही सफलता की कुंजी है। बायॅलोजी मेरी स्ट्रॉंग है, इसीलिए नीट देने का मन बनाया। मैं अपनी असफलता से प्रेरित होता हूं। फिलहाल दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करना चाहता हूं। इसके बाद न्यूरो या कार्डियोलॉजी में जाना चाहता हूं।

खुद पर कंट्रोल करना ही सबसे बड़ी ताकत : शशांक कुमार
एलन के क्लासरूम स्टूडेंट शशांक कुमार ने नीट में आल इंडिया रैंक 14 प्राप्त की है। बिहार के नवादा जिले के मूल निवासी परिवार के शशांक का मानना है कि मेरी सबसे बड़ी ताकत खुद पर कंट्रोल करने की है। रोजाना करीब 45 मिनिट प्राणायाम करता हूं। इससे मैं खुद को रिलेक्स महसूस करता हूं। अब एम्स नई दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहता हूं। इसके बाद सर्जरी में जाना चाहता हूं। मैं हमेशा खुद को एक सर्जन के रूप में देखता हूं, इसी कारण कार्डियो या न्यूरो में जाना चाहता हूं।

कूल रहकर डिसीजन करता हूं : अरनव पाती
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम स्टूडेंट अरनव पाती ने नीट में आल इंडिया रैंक-19 प्राप्त की है। अरनव ने बताया कि परिवार में पापा इंजीनियर हैं, दादा जी पश्चिम बंगाल के बाल्कुरा के गांव में स्कूल टीचर थे। वे मुझे डॉक्टर बनने के लिए प्रेरित करते थे। इसीलिए मैंने बॉयलोजी ली। इसके साथ ही मैं इंडियन क्रिकेटर एमएस धोनी से भी इंस्पायर हूं। उनका प्रेशर को हेंडल करने का तरीका, कूल रहकर डिसिजन लेने का तरीका अच्छा लगता है। मैं उनकी तरह डिसिजन लेने की कोशिश भी करता हूं। अब एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहता हूं और जीवन में सफल कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहता हूं।

न्यूरो सर्जरी में जाना चाहता हूंः सूर्य प्रताप मिश्रा
एलन के 4 साल से क्लासरूम स्टूडेंट सूर्यप्रताप मिश्रा ने नीट में एआईआर-35 प्राप्त की है। अपने पापा डॉ.संजीव कुमार मिश्रा से इंस्पायर सूर्य ने बताया कि वो गवर्नमेंट हॉस्पिटल में पीडियाट्रिशियन हैं। उनकी हार्डवर्किंग और मरीजों के इलाज करने का तरीका बहुत अच्छा लगता है। सर्जरी में इंट्रस्ट है। बहुत सारे रिलेटिव है जो सर्जरी में हैं, उनके अनुभव सुनता हूं तो बहुत अच्छा लगता है, इसलिए मैं भी न्यूरो सर्जरी में जाना चाहता हूं। कंसंट्रेट होकर पढ़ाई करना और फोकस्ड रहना ही आपको सफलता के करीब ले जाता है। एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहता हूं।

नियमितता से ही सफलता है : जतिन सहारण
एलन के 2 साल से क्लासरूम स्टूडेंट जतिन सहारण ने 710 अंक प्राप्त कर आल इंडिया रैंक. 43 प्राप्त की है। जतिन ने बताया कि मैं रोजाना करीब 8 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। पापा मुझे इंस्पायर करते हैं। उनका मेरे ऊपर विश्वास ही मुझे और अधिक पढ़ने के लिए प्रेरित करता है। दादा जी चाहते थे कि पापा डॉक्टर बनें, वे एडवोकेट बने तो अब पापा ने मुझे दादा जी का सपना पूरे करने की बात कही। यह सपना सच हो रहा है तो अच्छा भी लग रहा है। क्रिकेटर एमएस धोनी से मैंने यही सीखा है कि किसी भी परिस्थिति में घबराना नहीं चाहिए। मेरी नजर में नियमितता ही सफलता है।