JEE Main 2020 : परीक्षा के पैटर्न में किया बड़ा बदलाव

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कोटा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE Mains 2020 परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है 6 से 11 जनवरी के मध्य होने वाली परीक्षा में कुल 75 प्रश्न 300 अंकों के पूछे जाएंगे। जिसमें प्रत्येक विषय मैथ्स, फिजिक्स एवं कैमेस्ट्री से 25-25 प्रश्न पूछे जाएंगे। 20 प्रश्न बहुविकल्पीय जबकि शेष 5 प्रश्न न्यूमेरिकल वैल्यू बेस्ड होंगे। जिसमें हर विषय को समानता दी जाएगी।

JEE Main वेबसाइट पर विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान करते हुए न्यूमेरिकल वेल्यु बेस्ड प्रश्नों के सैम्पल पेपर जारी कर दिए गए। जिसके अनुसार न्यूमेरिकल वेल्यु बेस्ड प्रश्नों के उत्तर के लिए विद्यार्थियों को वर्चुअल की पैड दिया जाएगा। प्रश्नों के उत्तरों में विद्यार्थी को एग्जेक्ट मान भरना होगा, जो कि इंटीजर या डेसिमल में हो सकता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह प्रश्न सिंगल करेक्ट आंसर के होंगे।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि प्रत्येक विषय से पूछे गए कुल बहुविकल्पीय एवं न्यूमेरिकल वैल्यू बेस्ड 25 प्रश्न 100 अंकों के होंगे। प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का होगा। बहुविकल्पीय प्रश्नों का सही उत्तर देने पर चार अंक दिए जाएंगे एवं गलत उत्तर पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग होगी। इसके साथ ही न्यूमेरिकल वैल्यू बेस्ड प्रश्नों में सही उत्तर देने पर चार अंक मिलेंगे एवं गलत उत्तर पर कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।

अमित आहूजा ने बताया कि एनटीए द्वारा गुरुवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर गुजराती के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में प्रश्नपत्र उपलब्ध नहीं करवाने की व्यवस्था के बारे में स्पष्ट किया गया। नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया गया है कि वर्ष 2013 में सभी राज्यों के कॉलेजों में जेईई.मेन के जरिए प्रवेश करने के लिए प्रस्ताव दिया था, इस पर सिर्फ गुजरात ही राजी हुआ और गुजरात ने स्थानीय भाषा में पेपर देने का निवेदन किया। इस पर गुजराती भाषा में जेईई.मेन परीक्षा शुरू हुई।

वर्ष 2014 में महाराष्ट्र ने भी जेईई.मेन के जरिए प्रवेश देना तय किया और मराठी व उर्दू में प्रश्नपत्र जारी किया गया। इसके बाद 2016 में इन राज्यों ने अपनी-अपनी स्टेट परीक्षा शुरू कर दी। जिससे मराठी व उर्दू में प्रश्नपत्र देना बंद कर दिया गया। लेकिन गुजरात सरकार के निवेदन पर अभी भी गुजराती भाषा में प्रश्नपत्र दिए जा रहे हैं।