Health Tips: अगर यह उपाय कर लिया तो नहीं होगी कब्ज

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कोटा । Health Tips: आयुर्वेद में पेट दर्द, कब्ज, गैस से लेकर कैंसर तक के इलाज के लिए कुछ थेरेपी भी बताई गई हैं। नेवल थेरेपी (naval therapy) भी एक आयुर्वेदिक तकनीक है, जिसमें नाभि के अंदर तेल की बूंद डालकर मसाज की जाती है। आयुर्वेद के डॉ. सुधींद्र श्रृंगी का कहना है कि बेली बटन 72 हजार नसों का सेंटर होता है। इसकी मालिश करने पर ये नसें सक्रिय हो जाती हैं और शरीर ढंग से कम करने लगता है।

नाभि में सरसों का तेल
सरसों और अदरक का तेल पेट के लिए अच्छा होता है। कब्ज, गैस, पेट दर्द, जी मिचलाना जैसी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं तो इस उपाय को आजमा सकते हैं। आपको बस एक-दो बूंद तेल डालकर हल्की मसाज करनी है। खाली सरसों का तेल डालकर भी आंतों से खतरनाक बैक्टीरिया निकल आते हैं।

नारियल तेल
बादाम तेल और नारियल तेल डालने के भी फायदे हैं। बादाम तेल से झुर्रियां, बेजान त्वचा, दाग-धब्बे खत्म हो जाते हैं और ग्लोइंग स्किन मिलती है। नारियल तेल की बूंदें पुरुष और महिला की फर्टिलिटी बढ़ा सकती हैं।

जैतून का तेल
खून बहकर शरीर के हर सिरे तक पोषण पहुंचाता है। इसका फ्लो खराब होने पर दर्द, हाथ-पैर सुन्न पड़ना या फिर ऑर्गन डैमेज हो सकता है। नाभि में जैतून का तेल डालने से ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है और कब्ज भी टूट जाती है।

तिल का तेल
नाभि में तिल का तेल हड्डियों के लिए बहुत चमत्कारी है। यह हड्डी-जोड़ को मजबूत बनाने और फ्रैक्चर से बचाने में मदद करता है। नीम का तेल स्किन इंफ्लामेशन दूर करता है। मुंहासे-दाने होने पर इसे बेली बटन में जरूर डालना चाहिए।