ED raid: केंद्रीय जांच एजेंसियों की सक्रियता की जताई आशंका, पड़ गया छापा

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह ड़ोटासरा ने दो दिन पहले ही यह आशंका जताई थी कि इस बार चूंकि राजस्थान में पिछले तीन दशकों की रवायत के विपरीत कांग्रेस की सरकार रिपीट होने की पूरी संभावना बन चुकी है तो निश्चित रूप से केंद्रीय जांच एजेंसियां कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सक्रिय होने वाली हैं। हमने कुछ गलत किया ही नहीं है तो इन एजेंसियों के छापों से डरने वाले नहीं है। उधर छापों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का असली डर इस बात से है कि राज्य सरकार जनता से जो वादे कर रही है, उन्हें पूरा कर रही है।

-कृष्ण बलदेव हाडा –
ED raid on Congress leaders: जैसे कि पूर्व में भी आशंका जताई जा रही थी कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों और कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ कार्यवाही में केंद्रीय जांच एजेंसियां सक्रिय हो जाएंगी। इन्हीं आशंकाओं के अनुरूप गुरुवार को केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, एक निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला के आवासीय और व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी कर दी।

दो पहले दिन पहले ही श्री ड़ोटासरा ने एक बयान में यह कहा था कि, हम तो प्रतीक्षा कर रहे हैं कि कब राजस्थान में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्यवाही होगी। इस बयान के दो दिन बाद ही खुद डोटासरा के जयपुर और सीकर स्थित आवासीय परिसरों पर छापे पड़ गए।

जिन दो नेताओं के आवासीय और व्यावसायिक परिसरों पर ईडी ने छापे मारे हैं, वे दोनों ही न केवल वर्तमान में विधायक हैं, बल्कि दोनों ही इस चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशियों के रूप में अपना भाग्य आजमाने जा रहे हैं। गोविंद सिंह डोटासरा लक्ष्मणगढ़ से चुनाव लड़ेंगे, जबकि ओम प्रकाश हुडला महुआ से प्रत्याशी हैं, जहां से वे पिछले चुनाव में निर्दलीय विधायक चुने गए थे।

इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को भी एक ऐसे मामले में शुक्रवार को अपने राज्य मुख्यालय पर तलब किया है, जिससे संबंधित प्रकरण में वैभव गहलोत पहले ही लिखित में अपना जवाब ईडी को प्रस्तुत कर चुके हैं। बावजूद इसके अब उन्हें व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा गया है।

ईडी की इस कार्रवाई के खिलाफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुस्सा फूट पड़ा है जिन्होंने बुधवार को ही कांग्रेस की स्टार प्रचारक एवं नेता श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा की उपस्थिति में झुंझुनू में आयोजित एक जनसभा में अगले विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद प्रदेश की 1.02 करोड़ महिलाओं को सालाना 10 हजार रुपए देने और गैस सिलेंडर 500 रुपए में उपलब्ध करवाने की बहुत ही लोकलुभावन घोषणा की थी, जिसे खूब सराहा जा रहा है।

इन छापों के बाद मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने आनन-फानन में जयपुर में गुरुवार को अपने सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया, जिसमें विधानसभा चुनाव के इस दौर में कांग्रेस नेताओं को परेशान करने की मंशा से छापे डालने की कार्यवाही बताते हुए कहा कि इससे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होने का दावा और अधिक मजबूत ही होगा।

श्री गहलोत ने राज्य में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई पर पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा वाले अब गुंडागर्दी पर उतर आये हैं, लेकिन लगातार ईडी के दुरुपयोग से भाजपा की इतनी हालत खराब हो जायेगी कि गांव-गांव में यह बात फैल जायेगी कि भाजपा ईडी का दुरुपयोग कर रही है।

श्री गहलोत ने कहा कि भाजपा वाले अब गुंडागर्दी करने लगे हैं लेकिन हम इससे डरने एवं घबराने वाले नहीं हैं। ऊपर के दबाव के बिना कभी न तो ईडी आ सकती हैं और न ही सीबीआई आ सकती है। भाजपा राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट होने से डर रही हैं और इसलिए वह ईडी का दुरुपयोग कर रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बुधवार को प्रदेश की जनता को दो बड़ी गारंटियां देने की घोषणा की थी। पहली बार हर परिवार की महिला मुखिया को सालाना दस हजार रुपए और एक करोड़ से ज्यादा परिवारों को पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर, ये दो गारंटियां भाजपा के लोग पचा नहीं पा रहे हैं।

श्री गहलोत ने कहा कि भाजपा हमारे काम का मुकाबला नहीं कर पा रही हैं इसलिए वह कांग्रेस के लोगों को परेशान करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि अभी तो सिर्फ दो गारंटियों की घोषणा ही की, शुक्रवार को कांग्रेस पांच और बड़ी गारंटियां देने की घोषणा करने जा रही है तो अब देखना है कि ईडी कहां-कहां छापे डालने वाली हैं?

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अब प्रदेश में माहौल बन चुका हैं और कांग्रेस की सरकार रिपीट होने वाली हैं, इससे भाजपा वाले घबरा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग चाहते ही नहीं हैे कि प्रदेश में महिला, दलितों एवं पिछड़ों को राहत दी जाये। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने जो काम किए हैं वह कोई नहीं कर सका हैं और उसे ही लक्ष्य करके यह कार्रवाई की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार जहां जहां चुनाव होते हैं, वहां कांग्रेस शासित राज्यों को लक्ष्य बनाकर ईडी का दुरुपयोग कर रही है और पहले भी कर्नाटक में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डी के शिवकुमार को बेवजह परेशान किया गया। अब राजस्थान में श्री डोटासरा को परेशान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कर्नाटक में ईडी की कार्रवाई की गई वहां भाजपा का सफाया हो गया था और अब राजस्थान में ईडी की कार्रवाई की जा रही है यहां भी भाजपा का सफाया हो जायेगा। श्री गहलोत ने कहा कि केन्द्र में मोदी सरकार आने से पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार के समय दस सालों में ईडी की 112 बार कार्रवाई हुई जबकि वर्ष 2014 के बाद पिछले नौ सालों में ईडी की 3010 छापे की कार्रवाई की गई हैं और 888 मामलों में चार्जशीट पेश की गई जबकि संप्रग के समय 96 मामलों में चार्जशीट पेश हुई।

उनके पुत्र वैभव गहलोत को ईडी द्वारा जारी किए गए नोटिस का जिक्र करते हुए श्री गहलोत ने कहा कि बुधवार को नोटिस जारी किया गया और गुरुवार को हाजिर होने के लिए कह दिया गया। यह क्या मजाक है? उन्होंने कहा “चाहे ईडी का कितना ही दुरुपयोग कर लें, हम घबराने वाले नहीं हैं।”

श्री गहलोत ने कहा कि संजीवनी घोटाले में कार्रवाई के लिए एसओजी आग्रह कर रही है लेकिन इसमें कोई परवाह नहीं की जा रही है और हमारे नेताओं को तंग किया जा रहा है। जहां चुनाव होते है, वहां ईडी छापे डालती हैं ताकि चुनाव जीत सके।