कोटा। बैंक राष्ट्रीयकरण की 52वीं वर्षगांठ पर बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी सोमवार की शाम को बैंक ऑफ बड़ौदा की झालावाड़ रोड शाखा के समक्ष कोरोना दिशा निर्देशों का पालन करते हुए एकत्रित हए। बैंक कर्मियों ने बैंक संबंधित मांगों से संबंधित पोस्टर धारण कर बैंक राष्ट्रीयकरण को बचाने तथा मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर एआईबीईए की केंद्रीय समिति के सदस्य ललित गुप्ता ने बताया कि बैंक राष्ट्रीयकरण के कारण जहां समाज के कमजोर वर्ग, कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्र तथा लघु उद्योगों में प्रगति हुई। वहीं पूरे देश में बैंक शाखाएं खुलने से युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए। उन्होंने एनपीए की वसूली के लिए कठोर कदम उठाने तथा बैंक प्रभारों को कम करने की मांग की।
राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लाइज यूनियन जिला सचिव पदम पाटोदी ने बैंक निजीकरण की कोशिशों का विरोध करते हुए एआईबीईए तथा यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर राष्ट्रीयकरण को बचाने के लिए संघर्ष को तैयार रहने का आव्हान किया।
इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लाइज यूनियन के सहायक महासचिव डीएस साहू क्षेत्रीय सचिव आरबी मालव, बैंक कर्मी नेता अनिल ऐरन, डी के गुप्ता, हेमराज सिंह गौड़, यतीश शर्मा, नरेंद्र सिंह, कुंजबिहारी तथा अन्य बैंककर्मी उपस्थित थे। आज बैंककर्मियों ने बैंक राष्ट्रीयकरण के समर्थन में बेज लगा कर कार्य किया।