कोटा में खुलेगा आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा कॉलेज

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कोटा। शहर में जल्द ही आयुर्वेद काॅलेज खुलेगा। राज्य सरकार ने आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय के लिए 125 पद सृजित कर दिए हैं। पिछले बजट में सीएम ने इस कॉलेज की घोषणा की थी, उसी के तहत इसके लिए अब तेजी से प्रक्रिया चल रही है।

विभाग पहले जमीन को लेकर असमंजस में था, लेकिन गुरुवार को कोटा आए आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग के ओएसडी डॉ. मनोहर पारीक ने स्पष्ट कर दिया कि यह कॉलेज तलवंडी में आयुर्वेद चिकित्सालय के पीछे उपलब्ध जमीन पर ही बनेगा। इसके लिए 10 एकड़ जमीन की जरूरत है, वहां हमारे पास 9.88 एकड़ जमीन है, जो पर्याप्त है। वित्त विभाग से प्राप्त स्वीकृतियां अधिकारियों को सौंप दी गई हैं।

डॉ. पारीक ने कहा कि अगले साल जुलाई में 60 स्टूडेंट्स का पहला बैच आ जाएगा, तब तक इसी हॉस्पिटल को तैयार करने के लिए जरूरी प्रस्ताव भी तैयार कर लिए हैं। इसके लिए करीब 20 लाख की जरूरत होगीं। यदि जरूरत हुई तो दूसरे भवन में भी क्लास चलाई जा सकती है। इसे लेकर ईएसआई हॉस्पिटल व सकतपुरा के एक भवन का जायजा भी लिया। उनके साथ आयुर्वेद विभाग कोटा के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. राजेंद्र भारद्वाज भी थे।

शैक्षणिक पदों में एक प्रिंसिपल, 11 सह आचार्य (8 आयुर्वेद व 3 योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संकाय), 15 व्याख्याता (11 आयुर्वेद व 4 योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संकाय), अशैक्षणिक पदों में पुस्तकालयध्यक्ष, सहायक पुस्तकालयध्यक्ष, बुक लिफ्टर, लेखाधिकारी, कनिष्ठ लेखाकार के एक-एक पद, वरिष्ठ सहायक के 4, कनिष्ठ सहायक के 6, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 10, म्यूजिक कीपर का एक, लैब टेक्नीशियन के 3, म्यूजियम कीपर का 1 और लिफ्टर का 1 पद सृजित किया गया है।

अधीक्षक, उपाधीक्षक का एक-एक, चिकित्सा अधिकारी के 13, नर्स ग्रेड द्वितीय का 1, नर्स कंपाउंडर के 19, फार्मासिस्ट के 2, वरिष्ठ सहायक का 1, कनिष्ठ सहायक के 2, परिचारक के 14, लैब टेक्नीशियन के 2, पंचकर्म सहायक दो महिला व दो पुरुष, 1 सहायक रेडियोग्राफर, 4 चौकीदार व 2 माली के पद सृजित किए गए हैं।

योग हाॅल व लेबर रूम भी बनेगा
आयुर्वेद काॅलेज के संलग्न चिकित्सालयों के रूप में आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के अलग-अलग अस्पताल बनेंगे। यहां राष्ट्रीय स्तर का योग हॉल और लेबर रूम भी बनेगा। यहां पंचकर्म की सभी पद्धतियों से इलाज होगा। यूजी-पीजी के अलग हॉस्टल बनेंगे। एकेडमिक भवन के साथ-साथ दूसरे जरूरी निर्माण कार्य भी होंगे। इस कॉलेज के संचालन के लिए राजमेस की तर्ज पर सोसायटी भी गठित की जाएगी।

संभाग में ब्लाॅक स्तर पर तीन आयुर्वेद चिकित्सालय बनेंगे
डॉ. पारीक ने बताया कि राजस्थान सरकार की नई आयुष नीति के तहत पूरे प्रदेश में 58 नए ब्लॉक स्तर के आयुर्वेद चिकित्सालय बनने हैं। इनमें से कोटा संभाग में तीन घोषित किए गए हैं, जिनमें कोटा जिले में सुल्तानपुर, बारां जिले में किशनगंज और झालावाड़ जिले में बकानी, इन तीनों जगह का भी जायजा लिया गया है और वहां तमाम संभावनाएं देखी हैं।

कोटा में मेडिकल शिक्षा के 3 कॉलेज
चिकित्सा के क्षेत्र में अब कोटा में तीनों तरह के कॉलेज हो जाएंगे। सरकारी मेडिकल कॉलेज तो 1992 से संचालित है, जहां 250 सीटें हैं। अगले साल से आयुर्वेद कॉलेज शुरू हो जाएगा। वहीं पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए पब्लिक हेल्थ कॉलेज भी खोला जा रहा है, उसके लिए भी नदीपार इलाके में जगह तय की जा चुकी है। ये दोनों कॉलेज बजट घोषणा में थे।