नई दिल्ली। केरल में मानसून का आगमन आज हो चुका है। जैसे- जैसे मानसून पूरे राज्यों में फैलेगा वैसे वैसे बेसन और चना दाल में डिमाण्ड उठेगी। चना 10 जुलाई तक 6000 रुपए होने की प्रबल संभावना है। कोरोना ने चने की बिक्री को प्रभावित जरूर किया है, लेकिन लॉकडाउन में ढील से सबसे ज्यादा ग्राहकी चना में ही बढ़ेगी। दिल्ली चना 5350/5450 की रेंज में घूम रहा है।
किसानों ने बुआई के लिए जितना माल बेचना था बेच लिया। अब बिकवाली भी धीरे धीरे आएगी। देश की सभी मंडियों में चना 4600/5000 की रेंज में बिक रहा है। इस भाव का चना स्टॉक में लाभ ही देगा। क्योंकि नया चना नवम्बर से पहले नहीं आएगा और चना का फंडामेंटल मजबूत है। बरसात में बेसन की बिक्री बढ़ जाती है, इसलिए चना यहां से लेना ही बनता है।
इस सप्ताह में चना में 300/400 की उछाल की संभावना है। सभी दलहन में अभी सबसे सस्ता चना है। वायदे में चना अभी मई – जून कटान के कारण रुका हुआ था। अभी लगभग सभी लोग NCDEX में अपने सौदे काट चुके हैं।
अब यहां से चना में 300/400 की तेजी देखी जा सकती है। चना जून वायदा 5250/5270 का 5198 के स्टॉप लॉस से लिया जा सकता है, जिसका टार्गेट 5570 का है । चना हमे 2016 की याद दिला रहा है। चना इस साल अच्छा मुनाफा देगा, ऐसा हमे लगता है।