कोटा। राजस्थान सरकार ने दूल्हा-दुल्हन समेत केवल 11 लाेगाें के साथ शादी की अनुमति दी है। शादी समाराेह में 11 जनाें में किन किन काे शामिल किया जाए। इस दुविधा के चलते शहर में 400 से अधिक परिवारों ने आखातीज के अबूझ सावे पर होने वाली शादियां कैंसिल करवा दी।
शहर में आखातीज पर करीब 500 से अधिक शादियां हाेती थीं, इनमें से करीब 400 से अधिक शादियां काेराेना के चलते कैंसिल हाेने का अनुमान है। वहीं शहर में इस तिथि पर 8-10 सामूहिक विवाह हाेते थे। जिनमें 1500 से 2000 तक शादियां हाे जाती थीं।
ऑटाे माेबाइल डीलर्स सुमित अग्रवाल का कहना है कि आखातीज पर करीब 6 कराेड़ से अधिक के वाहन बिक जाते हैं। फर्नीचर मार्केट के अध्यक्ष इलियास अंसारी का कहना है कि आखातीज पर हाेने वाली शदियाें में करीब 3 से 4 कराेड़ का फर्नीचर बिकता है।
सर्राफा व्यवसायी संजय गाेयल का कहना है कि एक सामान्य शादी में डेढ़ से दाे लाख की ज्वैलरी बिकती है। यानी आखातीज पर 6 से 7 कराेड़ के जेवरात बिकते हैं। टेंट डीलर्स एसाेसिएशन के अध्यक्ष साैरभ पाेरवाल के अनुसार सामान्य परिवार की एक शादी में करीब 2 लाख रुपए भोजन व्यवस्था में, तीन लाख रुपए गहने, कपड़ों में, करीब 3 लाख रुपए दुल्हन को दिए जाने वाले उपहार में खर्च हो जाते हैं।
एक-डेढ़ लाख रुपए मैरिज गार्डन में, वहीं करीब एक-डेढ लाख रुपए शादी के अन्य आयोजनों में खर्च हो जाते हैं। ऐसे में शहर 400 से अधिक शादियां कैंसिल होने से करीब 40 करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। कैटर्स एसाेसिएशन के अध्यक्ष अन्नू अग्रवाल ने बताया कि आखातीज पर करीब 8 से 10 कराेड़ रुपए का खाना हाेता है। वह सब कोरोना गाइड लाइन की बाध्यता के कारण नहीं होगी।