नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक बाजारों के बावजूद घरेलू बाजार सोमवार को कोरोना के कहर से सहम गए। कोरोना के बढ़ते मामलों और देश के कुछ हिस्सों में लगी पाबंदियों से दलाल स्ट्रीट बुरी तरह प्रभावित हुआ। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुरुआती कारोबार में 1300 अंक की गिरावट के साथ 47490 अंक पर आ गया। कारोबार के शुरुआती आधे घंटे में ही निवेशकों के 5.27 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 200 लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया। निवेशकों के नर्वस होने से बाजार की नब्ज टटोलने वाला India VIX भी 10.41 फीसदी की तेजी के साथ 22.52 फीसदी पर पहुंच गया।
देश में जारी स्वास्थ्य संकट, स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन और आर्थिक गतिविधियों पर पाबंदी से बाजार में गिरावट लाजमी है। एक एनालिस्ट ने कहा कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी में 11 फीसदी ग्रोथ और कंपनियों की कमाई में 30 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही थी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण इन उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।
कोरोना के रेकॉर्ड मामले
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, ‘पॉजिटिविटी मामलों में लगातार तेजी और रिकवरी में कमी चिंता का विषय है। लेकिन बाजार में गिरावट का दौर ज्यादा समय तक नहीं रहेगा। इसकी वजह यह है कि वैश्विक बाजारों से मजबूत संकेत मिल रहे हैं। अमेरिका और चीन में तेज रिकवरी से वैश्विक स्तर पर धारणा मजबूत हुई है।’
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण के रेकॉर्ड 273810 नए मामले आए हैं। इस दौरान 1619 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 1929329 पहुंच गई है। इस दौरान महाराष्ट्र में सबसे अधिक 68631 नए मामले सामने आए। बीते सप्ताह कम कारोबारी सत्रों में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 759.29 अंक या 1.53 प्रतिशत टूट गया था।