कोटा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन मार्च सेशन की फाइनल आंसर की बुधवार को जारी कर दी। एलन क्रियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि प्रोविजनल आंसर की पर एनटीए द्वारा सवालों के जवाब पर आपत्तियां मांगी गई थी। स्टूडेंट्स ने एलन की फैकल्टीज से चर्चा के बाद जवाबों पर चैलेन्ज दर्ज कराए थे।
एनटीए ने फाइनल आंसर की में 6 चैलेन्ज को स्वीकार करते हुए सवालों के जवाब में बदलाव किया है। एनटीए ने भी अपनी संशोधित आंसर की में कुल छह सवालों के जवाब में ही बदलाव किया है। एक भी सवाल में स्टूडेंट्स को बोनस अंक नहीं दिए जाएंगे। फाइनल आंसर के बाद अब रिजल्ट भी जल्द जारी किया जा सकता है।
16 मार्च को दो चैलेन्ज स्वीकार
सुबह की पारी में हुए फिजिक्स के पेपर में मोशन इन स्ट्रेट लाइन और एफ ब्लॉक टॉपिक के सवाल में एनटीए ने एलन के स्टूडेंट्स के चैलेन्ज को स्वीकार किया है। इसी प्रकार शाम की पारी में कैमिस्ट्री के पेपर में इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री टॉपिक के सवाल के जवाब में चैलेन्ज को स्वीकार करते हुए आंसर में बदलाव किया है।
17 मार्च को एक चैलेन्ज स्वीकार
सुबह की पारी में मैथ्स के पेपर में डेफिनिट इंटीग्रेशन टॉपिक के सवाल में चैलेन्ज को स्वीकार करते हुए सवाल को ड्रॉप कर दिया गया है।
18 मार्च को दो चैलेन्ज स्वीकार
सुबह की पारी में हुए मैथ्स के पेपर में मेन्टल एबिलिटी के सवाल के जवाब में चैलेन्ज को स्वीकार करते हुए आंसर में बदलाव किया गया है। इसी प्रकार शाम की पारी में फिजिक्स के पेपर में लिक्विड सॉल्युशन टॉपिक के सवाल में भी चैलेन्ज को स्वीकार कर आंसर में बदलाव किया गया है।
किस स्कोर पर कौनसा एनआईटी एवं ट्रिपलआईटी
बीई-बीटेक के लिए यह परीक्षा 16 से 18 मार्च के मध्य 6 पारियों में संपन्न हुई थी। फाइनल आंसर की जारी होने के उपरान्त मार्च परीक्षा का परिणाम जल्द ही जारी किए जाने की संभावना है। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन मार्च परीक्षा की आंसर की जारी होने के उपरान्त विद्यार्थियों द्वारा अपने रिकॉर्डेड रेस्पोंस के आधार पर स्वयं के प्राप्तांकों का आंकलन करना शुरू कर दिया है।
सामान्य श्रेणी के ऐसे विद्यार्थी जिनके 260 से 180 के मध्य स्कोर बना है, उन्हें देश के टॉप 10 एनआईअी तिरछी, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, जयपुर, कालीकट, राउरकैला, कुरूक्षेत्रा, सूरत, नागपुर, दिल्ली एवं ट्रिपलआईटी इलाहाबाद में कोर ब्रांचेंज मिलने की संभावना है। वहीं सामान्य श्रेणी के ऐसे विद्यार्थी जिनके प्राप्तांक 180 से 150 के मध्य आए हैं, उन्हें उपरोक्त टॉप 10 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें, जालंधर, जमशेदपुर, भोपाल, गोवा, अगरतला, हमीरपुर, दुर्गापुर, पटना, रायपुर, सिलचर में कोर ब्रांचेज के साथ-साथ बिट्स मिसरा, पैक चंडीगढ़, आईआईईएसटी शिबपुर, ट्रिपलआईटी जबलपुर, ग्वालियर, गोवाहाटी, लखनऊ में भी कोर ब्रांचेंज मिल सकती है।
साथ ही ऐसे विद्यार्थी जिनके 150 से 125 स्कोर है, उन्हें उपरोक्त एनआईटी की कोर ब्रांचेंज के अलावा अन्य ब्रांचेंज एवं एनआईटी पांडेचेरी, उत्तराखंड, श्रीनगर, आंध्रप्रदेश, अरूणाचलप्रदेश, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम, मेधालय, नागालैंड की कोर ब्रांचेंज एवं ट्रिपलआईटी, तिरछी, नागपुर, पुणे, सूरत, भोपाल, कांचीपुरम, वडोदरा, उना, सोनीपथ, रांची, चित्तुर, कल्याणी, धाड़वाड़, कुरनुल, कोट्टयम, भागलपुर व मणिपुर जैसे ट्रिपलआईटी में कोर ब्रांच के अलावा जेएनयू दिल्ली, हैदराबाद यूनिवर्सिटी की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है।
125 से कम अंक वाले विद्यार्थियों को जीएफटीआई की ब्रांचेंज मिल सकती है, साथ ही उनके पास अपने अंकों को बढ़ाने अप्रेल व मई की परीक्षा के दो अवसर और उपलब्ध होंगे। जारी किए गए आंकड़ों में कैटेगिरी अनुसार एवं परीक्षा शिफ्ट के डिफिकल्टी लेवल में भिन्नता होने के कारण परिवर्तन भी हो सकता है।