नई दिल्ली। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को लेकर शुरू हुआ विवाद अब संसद तक पहुंच गया है। सोमवार को संसद के दोनों सदनों में इसको लेकर विवाद हुआ इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में इस मसले को उठाया और कहा कि वहां के गृह मंत्री वसूली कर रहे हैं और ये सारा देश देख रहा है।
संसद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों ने अनिल देशमुख के इस्तीफे के साथ-साथ उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। जावड़ेकर ने प्रश्न काल के दौरान देशमुख पर वसूली का आरोप लगाया और दावा किया कि महीने के 100 करोड़ रुपए वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले आतंकवादी कार में बम लगाते थे, लेकिन अब पुलिस ही लगा रही है। जिसके बाद राज्यसभा में बवाल हो गया।
हालांकि, बवाल के बाद चेयरमैन ने साफ किया कि कुछ भी रिकॉर्ड पर नहीं जाएगा। हंगामे के चलते राज्यसभा को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा के साथ-साथ लोकसभा में भी इस मसले पर बवाल हुआ। भाजपा के जबलपुर से सांसद राकेश सिंह ने लोकसभा में कहा कि शायद यह देश के इतिहास में पहला मौका है जब एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी को बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
सिंह ने भी दावा किया कि इस अधिकारी को 100 करोड़ रुपए रोज की उगाही का टारगेट दिया गया था। उन्होने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और केंद्रीय एजेंसियों को इस मसले की जांच करनी चाहिए।
देशमुख के समर्थन में फिर आए पवारः दिल्ली में सोमवार को एनसीपी चीफ शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री का फिर बचाव किया। उन्होंने कहा- फरवरी में वाजे और देशमुख की बात गलत। देशमुख तब हॉस्पिटल में भर्ती थे। बता दें कि रविवार को भी पवार ने एक पीसी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि फैसला सीएम पर है।
बता दें शिवसेना ने कहा कि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के पास ‘‘अच्छा खासा’’ बहुमत है और महज ‘‘एक अधिकारी’’ के कारण सरकार नहीं गिरेगी। हालांकि दल ने यह माना कि मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख परमबीर सिंह के राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए आरोपों की वजह से मंत्रालय की छवि खराब हुई है।
शिवसेना ने यह भी कहा कि यह मुद्दा पार्टी नीत सरकार के लिए ‘‘प्रतिष्ठा का प्रश्न’’ बन गया है। गौरतलब है कि शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एक दिन पहले देशमुख के इस्तीफे की संभावना से इनकार कर दिया था।
शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में पार्टी ने कहा कि एमवीए सरकार को प्राप्त बहुमत को यदि भाजपा कमतर करने के प्रयास करेगी तो इससे आग भड़क जाएगी। एमवीए शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है।
परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पिछले हफ्ते पत्र लिखकर दावा किया था कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रूपये की मासिक वसूली करने को कहा है। इस पत्र के बाद राज्य में सियासी तूफान आ गया था। सिंह को हाल में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया।