एलन के 597 छात्रों को किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना फैलोशिप

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कोटा। देश के विद्यार्थियों को विज्ञान एवं शोध के क्षेत्र में अध्ययन के लिए प्रोत्साहित करने उद्देश्य से भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से आईआईएससी बैंगलुरु द्वारा आयोजित की जाने वाली किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY) 2021 का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि कक्षा 11 व 12 के टॉप-10 में 21 स्टूडेंट्स शामिल हुए, इसमें से 11 एलन के क्लासरूम स्टूडेंट्स हैं। एलन के मृदुल अग्रवाल (कक्षा 12) एसएक्स वर्ग में आल इंडिया टॉप किया है। इसी वर्ग में ऋषित श्रीवास्तव दूसरे स्थान, अमय पी देशमुख चौथे तथा तनय विनित तायल दसवें स्थान पर रहे। इस तरह टॉप-10 में 4 स्टूडेंट्स रहे। कक्षा 11 के एसए वर्ग में मोहित हुलसे ने आल इंडिया रैंक-2 प्राप्त की है।

इसी वर्ग में रक्षित ने रैंक-3, अथर्व शिवराम ने रैंक-4, म्रिनल शरण ने रैंक-5, प्रितेश मेहता व आदित्य कृष्णा ने रैंक-6 तथा प्रत्युष शर्मा रैंक-10 प्राप्त की। एसए वर्ग में 7 स्टूडेंट्स टॉप-10 में रहे। एलन से कुल 597 स्टूडेंट्स को फैलोशिप के लिए चुना गया। इसमें 558 क्लासरूम प्रोग्राम, 27 डीएलपी व 12 वर्कशॉप प्रोग्राम के स्टूडेंट्स हैं। इसमें एसए वर्ग में 282, जिसमें 252 क्लासरूम, 18 डीएलपी तथा 12 वर्कशॉप से वहीं एसएक्स वर्ग में 315 स्टूडेंट्स में से 306 क्लासरूम, 9 डीएलपी से हैं। परीक्षा में एसए वर्ग में 1019 तथा एसएक्स वर्ग में 1890 स्टूडेंट्स को फैलोशिप के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया।

हर वर्ष यह परीक्षा दो चरणों में होती है। लिखित एप्टीट्यूड परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद साक्षात्कार होते हैं और दोनों परीक्षा के संयुक्त परिणाम के आधार पर फैलोशिप दी जाती है। इस वर्ष कोविड को देखते हुए केवल एप्टीट्यूड परीक्षा के आधार पर ही परिणाम जारी किया गया है। यह परीक्षा 31 जनवरी को हुई। फैलोशिप के तहत स्नातक (यूजी) के तीन वर्षों के लिए 5 हजार रुपए प्रतिमाह तथा 20 हजार रुपए कंटीजेंसी राशि दी जाती है।

इसी तरह स्नातकोत्तर (पीजी) के दो वर्षों के लिए 7 हजार रुपए प्रतिमाह तथा 28 हजार रुपए कंटीजेंसी राशि दी जाती है। प्रोत्साहन योजना के तहत अधिकतम 5 वर्ष या प्री-पीएचडी परीक्षा तक फैलोशिप दी जाती है। इसके लिए विद्यार्थी को बीएससी, बीएस, बीस्टेटिक्स, बीएसी मैथ्स, इंटीग्रेटेड एमएससी अथवा एमएस में प्रवेश लेना होता है।