राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण के विरोध में कल शाम को बैंककर्मियों का प्रदर्शन

0
886

15 एवं 16 मार्च को बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल, मार्च में लगातार 4 दिन बंद रहेंगे बैंक

कोटा। केंद्र सरकार की राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण की घोषणा के विरोध में 19 फरवरी को सायं 5.15 बजे बैंक कर्मी एवं अधिकारी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की छावनी फ्लाईओवर के पास स्थित गोवर्धनपुरा सर्किल शाखा के समक्ष प्रदर्शन करेंगे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 15 एवं 16 मार्च 2021 को राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का आव्हान किया है। 13 व 14 मार्च को अवकाश होने से 4 दिन बैंक बंद रहेंगे।

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस कोटा के विभिन्न घटकों के नेताओं ललित गुप्ता, आर के जैन, रमेश सिंह, अशोक ढल, डीएस साहू, आरबी मालव, सीएल भार्गव, आईएल मीणा, अरविंद मीणा, विपिन चोरायवाल, प्रमोद माथुर एवं योगेश शर्मा ने बताया कि 19 जुलाई 1969 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरागांधी द्वारा देश के 14 बड़े निजी बैंको का राष्ट्रीयकरण किया था। उसके बाद 15 अप्रेल 1980 को 6 और निजी बैंक राष्ट्रीयकृत किये गए थे। बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद देश के आर्थिक विकास तथा कृषि एवं औद्योगिक प्रगति में इन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। विभिन्न सरकारों की योजनाओं के क्रियान्वयन में इन बैंकों की महती भूमिका रही है।

सरकार द्वारा वसूली हेतु कारगर कदम न उठाने से एनपीए में वृद्धि हुई है। बैंक ऋणों के चूककर्ता कॉरपोरेट घरानों को ही बैंको को सौंपने के प्रयास किये जा रहे हैं। वित्त मंत्री की घोषणा से बैंककर्मियों में रोष व्याप्त है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन कोटा संयोजक पदम पाटोदी ने बताया कि 19 फरवरी को सायं 5.15 बजे बैंक कर्मी एवं अधिकारी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की छावनी फ्लाईओवर के पास स्थित गोवर्धनपुरा सर्किल शाखा के समक्ष प्रदर्शन करेंगे।