राजस्थान परिवहन विभाग का नाम बदलेगी गहलोत सरकार

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    जयपुर। राजस्थान की सरकार अब परिवहन विभाग का नाम बदने का विचार कर रही है सूबे में हो रही घटनाओं और सड़क सुरक्षा के अहमियत देने का हवाला देकर प्रदेश सरकार ने नाम बदलने की कवायद शुरु की है। राज्य सरकार के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने सभी आरटीओ, डीटीओ के साथ वीसी के जरिए समीक्षा बैठक के बाद कहा कि, विभाग का नाम बदलने की कवायद इसलिए की जा रही है ताकि सड़क सुरक्षा पर फोकस किया जा सके।

    परिवहन मंत्री खाचरियावास ने बताया कि, सड़क सुरक्षा के तहत हुई बैठक में यह फैसला किया गया है कि हम हादसों में मौतों की संख्या कम करने के लिए नए एम्बुलेंस वाहन खरीदेंगे और सड़कों के गड्ढे भरने का काम भी करेंगे। साथ ही ऐसी फेंसिंग तैयार की जाए, जिससे जानवर ऊपर आकर दुर्घटना का कारण नहीं बन सकें। इसी तरह स्पीड लिमिट के लिए रोड सेफ्टी काउंसिल से ऎसे कैमरे लगाए जाएंगे जिनसे स्पीड लिमिट उल्लंघनकर्ता के मोबाइल पर अपने आप चालान पहुंच जाएगा।

    वहीं, मंत्री ने सभी आरटीओ, डीटीओ को निर्देश दिए कि बसों की छतों पर लगेज रखने की प्रवृत्ति पर लगाम लगाई जाए। इसके अलावा सभी डीटीओ को हाईवे पर स्थित अस्पतालों, डिस्पेंसरियों में जाकर वहां सड़क दुर्घटना में घायलों को जल्द इलाज के लिए संसाधनों की व्यवस्था हो।

    परिवहन मंत्री ने कहा, हम नए तरीके से काम करने की कोशिश कर रहे ताकि इंसान घटना के समय लोगों की मदद करने से न हिचके और साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों का सम्मान किया जाए। मंत्री ने कहा कि हर जिले में ट्रैफिक पार्क बनाने के लिए जमीन चयनित करने के निर्देश दिए गए हैं। परिवहन कार्यालयों में जहां भी जमीन उपलब्ध हो वहां ट्रैफिक पार्क बनाने को कहा है। जहां लाइसेंस दिया जाता है वहां ट्रैफिक पार्क और सड़क सुरक्षा नियमों का प्रदर्शन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।