अब वैक्सीन की बची हुई डोज फेंकनी नहीं पड़ेगी, Covin app में किया बदलाव

0
329

कोटा। कोविड वैक्सीनेशन के संबंध में लगातार राज्यों से मिले फीडबैक के बाद भारत सरकार ने कोविन एप के फीचर्स में बदलाव किए हैं। अब किसी भी साइट पर बची हुई डोज को फेंकने की बजाय उसी साइट पर दूसरे हेल्थ वर्कर को लगाया जा सकेगा, इसके लिए एप में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन का फीचर जोड़ा गया है। अब तक ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन जैसी कोई व्यवस्था नहीं हाेने से वायल में बची हुई डाेज काे फेंकने के अलावा काेई दूसरा विकल्प नहीं था।

इस संबंध में एनएचएम के एमडी ने सभी जिलों को वैक्सीन के अधिकतम यूज को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि अब काेविन एप में “अलाॅट बेनिफिशियरी’ नाम से एक फीचर उपलब्ध कराया गया है। यदि निर्धारित साइट पर उस दिन के लिए पंजीकृत लाभार्थी नहीं आते हैं और वायल बची हुई है तो इस फीचर पर जाकर एप में पहले से अपलोड डाटा में से अन्य लाभार्थियों का ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करके उन्हें टीका लगाया जा सकता है।

राजस्थान में 3 दिन में ही 622 डोज बर्बाद हो चुकी
राजस्थान में अब तक कोविड वैक्सीन की 622 डोज बर्बाद हो चुकी हैं। कई साइट ऐसी हैं जहां एक या दो डोज लगाने के लिए नई वॉयल खोलनी पड़ी। बची हुई डोज फेंकनी पड़ी क्योंकि ये 4 घंटे में खराब हो जाती है और तत्काल किसी को टीका लगाया नहीं जा सकता है। इसकी सीधी वजह ये थी कि कोविन एप के जरिए उन्हीं लोगों को टीके लगाए जा सकते हैं, जिनके पास मैसेज गए हों। इस खुलासे के बाद केंद्र सरकार ने कोविन एप में ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी है।

दूसरी खेप में कोटा को मिली 17500 काेविड वैक्सीन की डाेज
काेविड वैक्सीन की दूसरी खेप भी गुरुवार रात काेटा पहुंच गई। इसमें 17 500 डाेज मिली है। वैक्सीनेशन इंचार्ज डाॅ. अभिमन्यु शर्मा ने बताया कि बीसीएमअाे डाॅ. कमल भार्गव के नेतृत्व में वैक्सीन भंडार के इंचार्ज प्रमाेद मीणा शाम काे वैक्सीन लेकर काेटा पहुंच गई। टीम के साथ पहले की तरह ही एक सीअाई व पांच-छह पुलिसकर्मी एस्काॅर्टिंग में लगाए गए थे।