इन्फोसिस के खिलाफ अमेरिका में जांच

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अगर जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो कंपनी से भारी हर्जाना वसूला जा सकता है।

मुंबई। इन्फोसिस को अपने कारोबार के बारे में निवेशकों को भ्रामक जानकारियां देने एवं अन्य आरोपों में अमेरिकी जांच का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के अमेरिकी निवेशकों की तरफ से चार लॉ फर्मों ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। 

निवेशकों का आरोप है कि कंपनी एवं उसके कुछ अधिकारियों और निदेशकों ने अमेरिका के शेयर बाजार के नियमों का उल्लंघन किया है। अगर जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो कंपनी से भारी हर्जाना वसूला जा सकता है।

मालूम हो कि भारत में बीएसई और एनएसई के अलावा कंपनी के शेयर न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज में भी सूचीबद्ध हैं। सिक्का के इस्तीफे के बाद इसमें भी गिरावट दर्ज की गई है।

अमेरिका की ब्रोंस्टीन, गेविर्ज एंड ग्रॉसमैन; रोजेन लॉ फर्म; पॉमरेंज लॉ फर्म और गोल्डबर्ग लॉ पीसी ने कंपनी के खिलाफ जांच शुरू की है। रोजेन ने कहा है कि वह कंपनी द्वारा निवेशकों को भ्रामक जानकारी देने की शिकायत की जांच कर रही है।

इसकी वजह से निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई की वसूली के लिए मुकदमा दायर करने की तैयारी है। 
ब्रोंस्टीन ने कहा है कि वह कंपनी के अधिकारियों एवं निदेशकों द्वारा शेयर बाजार के नियमों के उल्लंघन की जांच कर रही है।

बाकी दो फर्मों की जांच भी नियमों के उल्लंघन पर केंद्रित है। गौरतलब है कि कंपनी के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति द्वारा लगाए गए आरोपों से आहत होकर इसके सीईओ विशाल सिक्का ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है।

इसकी वजह से कंपनी के अमेरिकन डिपॉजिटरी शेयर गिरकर 1.43 डॉलर पर पहुंच गए। यह पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 9 फीसदी कम है।