पहली तिमाही में कंपनियों का प्रदर्शन कमजोर

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मुंबई। चालू वित्त की जून तिमाही में निफ्टी 50 कंपनियों की शुद्ध आय में 8.4 प्रतिशत की गिरावट आयी। यह अर्थव्यवस्था में नरम रुख को प्रतिबिंबित करता है। इससे एक और नरमी वाले वर्ष की आशंका है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।

कोटक इंस्टिट्यूशनल सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि जून तिमाही में निफ्टी 50 कंपनियों का लाभ 8.4 प्रतिशत घटा जबकि अनुमान 1.8 प्रतिशत था।

यह कई क्षेत्रों में कमजोर स्थिति को प्रतिबिंबित करता है और साथ ही अर्थव्यवस्था में नरम रुख की ओर इशारा करता है।

ब्रोकरेज कंपनी ने कहा, हम वित्त वर्ष 2017-18 में निफ्टी 50 कंपनियों के शुद्ध लाभ में महज 1.5 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद करते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक पहली तिमाही में हल्के नतीजे बैंक, आईटी तथा औषधि क्षेत्र और वाहन तथा उपभोक्ता सामानों की बिक्री में कमजोर रुख को प्रतिबिंबित करता है।

इसमें कहा गया है कि पहली तिमाही में बीएसई-30 तथा निफ्टी-50 कंपनियों के शुद्ध लाभ में क््रुमश: 1.5 प्रतिशत तथा 8.4 प्रतिशत की कमी आयी है ।

इसके आधार पर हमारा अनुमान है कि 2017-18 में लाभ स्थिर रहेगा। निफ्टी-50 कंपनियों के लाभ में केवल 1.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है।

रिपोर्ट में इसमें और गिरावट की संभावना से इनकार नहीं किया गया है। इसका कारण नोटबंदी प्रभाव तथा जीएसटी क्रियान्वयन को लेकर होने वाली समस्याएं हैं।