कोटा में 8 माह से बंद कोचिंग संस्थान 1 दिसंबर से शुरू हों: व्यापार महासंघ

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कोटा। शहर में 8 माह से बंद कोचिंग व्यवसाय 1 दिसंबर से पुनः शुरू करवाने की मांग को लेकर कोटा बचाओ संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को लैंडमार्क सिटी में सद्बबुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने संघर्ष समिति के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि में ऐसा कोई व्यवसाय नहीं है, जो 8 माह से पूरी तरह लॉकडाउन है। माहेश्वरी ने कहा कि बार-बार केंद्र एवं राज्य सरकारों के समक्ष अपनी बात रखे जाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लाखों लोगों का रोजगार एवं करोड़ों रुपये का निवेश खतरे में पड़ गया है। मजबूरन इन व्यवसायियों एवं इससे जुड़े व्यापारियों को आंदोलन करना पड़ा रहा है, जो न्यायोचित है।

उन्होंने कहा कि सरकार को इनकी मांग पर सहानुभूति पूर्ण विचार कर 1 दिसंबर से कोचिंग शुरू करना चाहिए। वरना कोटा की आर्थिक स्थिति पूरी तरह चौपट हो जाएगी। कोटा व्यापार महासंघ हर मंच से इस मांग को उठाता आया हैे। कोटा शहर के आधे से अधिक ट्रेड इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। माहेश्वरी ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान में 22 नवंबर से लागू की गई गाइडलाइन के तहत रात्रि 8:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू के राज्य सरकार के निर्णय गलत है।

इससे कोरोना के फैलाव को नहीं रोका जा सकता। वरन व्यापारियों को भारी घाटा एवं नुकसान उठाना उठाना पड़ेगा। साथ ही बेरोजगारी भी बढ़ेगी। इसका उदाहरण रविवार को देखा गया। जब पुलिस द्वारा सायं 6:00 बजे से ही प्रतिष्ठान बंद करवाना शुरू कर दिया गया। बाजार 7:00 बजे से बंद की जानकारी मिलते ही शहर के बाजारों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान ग्राहकों को भी बाहर निकाल दिया गया।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि जहां भी नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है, वहां रात्रि 9:30 बजे से सुबह 6:00 बजे तक लगा है। यही समय उचित है। उन्होंने राज्य सरकार को सुझाव दिया कि इसके समय में तुरंत फेरबदल करें। कोटा व्यापार महासंघ इसको लेकर निरंतर जनजागृति आंदोलन चला रहा है। किसी भी दुकान में बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने आशंका व्यक्त की कि ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में कोटा की आर्थिक स्थिति पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। सरकार को चाहिए कि कोरोना से बचाव के साथ-साथ अर्थव्यवस्था की भी की भी सोचे। पिछले दिनों सभी के प्रयासों से कोरोना पर अंकुश लग गया था, लेकिन नगर निगम चुनाव एवं त्योहारों के समय हुई लापरवाही से कोरोना फिर से फेलने लग गया है। उन्होंने कहा कि कोटा बचाओ संघर्ष समिति द्वारा जो भी आंदोलन किया जाएगा, कोटा व्यापार महासंघ उसका पूर्ण समर्थन करेगा