नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के सितंबर तिमाही के नतीजे आ गए है। रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू इसी अवधि में 41,100 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले इसका रेवेन्यू 31 हजार 633 करोड़ रुपए था। जबकि फायदा 973 करोड़ रुपए रहा है। अप्रैल तिमाही की बात करें तो कंपनी का रेवेन्यू 41,202 करोड़ रुपए था जबकि लाभ 1,148 करोड़ रुपए था। कोरोना की वजह से रिटेल स्टोर बंद होने से कंपनी के लाभ पर बुरा असर पड़ा है। ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (PAT) 13.77 प्रतिशत घटकर 2,009 करोड़ रुपए रह गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल वेंचर रिलायंस रिटेल को लगातार निवेश मिलता ही जा रहा है। हाल ही में GIC और ग्लोबल इनवेस्टमेंट फर्म TPG ने रिलायंस रिटेल में पैसा लगाया है। रिलायंस रिटेल में जीआईसी ने 5,512.5 करोड़ और टीपीजी ने 1,837.5 करोड़ रुपए का निवेश किया है। रिलायंस रिटेल में निवेश का सिलसिला नौ सितंबर से शुरू हुआ था। इससे पहले केकेआर, जनरल अटलांटिक, मुबाडला और सिल्वर लेक पार्टनर्स इसमें निवेश का एलान कर चुके हैं, जिसके बदले उन्हें कंपनी में कुल 7.28 फीसदी की हिस्सेदारी मिलेगी। कंपनी को अब तक विदेशी निवेशकों से 32,197.50 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट मिल चुका है।
देश का तेजी से बढ़ता प्लेटफॉर्म है रिलायंस रिटेल
रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल देश का तेजी से बढ़ता रिटेल प्लेटफॉर्म है। ऑनलाइन ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म जियोमार्ट समेत रिलायंस रिटेल कई प्रकार के रिटेल और होलसेल कारोबार करता है। रिलायंस रिटेल के देश के 7000 कस्बों में 12 हजार से ज्यादा स्टोर हैं।
रिलायंस रिटेल के कुल ब्रांड ?
रिलायंस रिटेल के अंतर्गत आने वाली ब्रांड हैं- रिलायंस फ्रेश, रिलायंस स्मार्ट, जियो मार्ट, रिलायंस मार्केट, रिलायंस डिजिटल, जियो स्टोर, रिलायंस ट्रेंड, प्रोजेक्ट EVE,ट्रेंड फुटवेयर, रिलायंस माॅल, रिलायंस ज्वेल्स, पार्टनर्स ब्रांड, एजीआईओ।