जयपुर। भरतपुर स्थित आरएसी की सातवीं बटालियन में जवानाें के लिए 35 क्वार्टर बना रहे ठेकेदार से राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम में संविदा पर लगे एईएन ने खुद के लिए कुल बिल का दाे प्रतिशत तथा एक्सईएन के लिए एक प्रतिशत कमशन की राशि मांग ली। एसीबी ने शनिवार काे आराेपी एईएन काे खुद के लिए कमीशन के रूप में 84 हजार रुपए तथा एक्सईएन के लिए 42 हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
एईएन से रुपए बरामद करने के बाद एसीबी ने आराेपी एक्सईएन काे भी गिरफ्तार कर लिया। एसीबी महानिदेशक बीएल साेनी ने बताया कि गिरफ्तार एईएन जीएस चाहर कृष्णा नगर, कालवाड राेड झाेटवाडा का तथा एक्सईएन अशाेक कुमार वर्मा करतारपुरा फाटक के पास स्थित श्री कल्याण नगर का रहने वाला है।
एईएन चाहर काे रिटायर हाेने के बाद राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम में संविदा पर लगाया गया था। साथ ही एक्सईएन भी पुलिस आवासन निगम में डीजीएन लगे हुए हैं। परिवादी जयकिशन काे भरतपुर में 35 क्वार्टर बनाने का राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से कार्यादेश मिला हुआ था
काम चल रहा है। इसमें जयकिशन के 42 लाख रुपए के बिल बाकी थे। इनके भुगतान की एवज में आराेपी चाहर ने खुद के लिए 2%, एक्सईएन के लिए 1% तथा लेखा शाखा के कर्मचारियाें के लिए कुल भुगतान का आधा प्रतिशत कमिशन मांगा।
शिकायत के बाद एसीबी ने जब मामले का सत्यापन कराया ताे आराेपी ने सत्यापन के समय 12 सितंबर काे 68 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद शनिवार काे आराेपी एईएन ने ठेकेदार काे बिलाें का भुगतान करने की एवज में कमिशन की राशि लेकर झाेटवाड़ा स्थित खुद के घर बुलाया, जहां आराेपी चाहर ने रिश्वत के एक लाख 26 हजार रुपए लिए। रुपए लेते ही एसीबी ने चाहर काे रंगे हाथों दबाेच लिया।
रुपए बरामद करने के बाद एसीबी की टीम ने चाहर की एक्सईएन अशाेक वर्मा से बात कराई। इस पर एक्सईएन ने रुपए लेने के लिए सहमति दे दी। एसीबी की टीम ने आराेपी एक्सईएन काे भी पकड़ लिया। एसीबी ऑफिस में पूछताछ के बाद दाेनाें काे गिरफ्तार कर लिया। अशाेक वर्मा के परिवार में एक सदस्य काेराेना पाॅजिटिव आने के कारण उनके घर की सर्च नहीं की जा सकी।
रिटायर्ड एईएन गिर्राज सिंह चाहर संविदा पर लगे हैं। ट्रैप हाेते ही सफाई देते हुए बोले कि मैं काेई नया थाेड़े ही कर रहा हूं। 2 प्रतिशत ताे सब लेते हैं, जहां सरकारी काम चल रहा है, वहां के ठेकेदार से बात कर लाे। सबका कमिशन बंधा हुआ है। खुद के लिए 2% मांगा। अपने बॉस के लिए 1% मांगा, वहीं आधा प्रतिशत लेखा शाखा के लिए। एक्सईएन अशाेक कुमार वर्मा और एईएन दोनों को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया है।