मुंबई। सुशांत सिंह केस से जुड़े ड्रग्स मामले में जेल में बंद रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती को एक और बड़ा झटका लगा है। जेल में बंद रिया, शौविक समेत 6 आरोपियों की जमानत याचिका को मुंबई की एक विशेष अदालत ने खारिज कर दिया है। बता दें कि सेशंस कोर्ट ने सिर्फ रिया और शौविक ही नहीं बल्कि अब्दुल बासित, ज़ैद विलात्रा, दीपेश सावंत और सैमुअल मिरांडा की भी याचिका खारिज कर दी है। ऐसे में रिया को फिलहाल जेल में ही रहना पड़ेगा। हालांकि रिया चक्रवर्ती के पास हाई कोर्ट में याचिका दायर करने का रास्ता अब भी बाकी है।
इन सभी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया है। 22 सितंबर तक मुंबई के भायखला जेल में बंद रिया ने अपनी जमानत के लिए मुंबई के एक विशेष अदालत में याचिका दायर की थी, जिस पर कोर्ट ने फैसला सुनाया। इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग मामले में गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती की जमानत याचिकाओं पर कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने रिया चक्रवर्ती को को मंगलवार को गिरफ्तार किया था और उसी दिन कोर्ट ने 22 सितंबर तक की न्यायिक हिरासत दे दी थी।इससे पहले मंगलवार को मजिस्ट्रेट अदालत ने रिया चक्रवर्ती को जमानत देने से इनकार कर दिया था। उसके बाद रिया ने जमानत के लिए दूसरी बार प्रयास किया है, जिस पर आज फैसला आया।
रिया की याचिका में क्या-क्या दलीलें थीं
रिया ने अपनी याचिका में दलील देते हुए कहा था कि एक भी महिला अधिकारी नहीं थी जो कानून के अनुसार वर्तमान आवेदक से पूछताछ करती हो। सुप्रीम कोर्ट ने शीला बर्स वर्सेज महाराष्ट्र केस में यह कहा था कि पूछताछ सिर्फ महिला पुलिस अधिकारी या कांस्टेबल की मौजूदगी में ही होनी चाहिए। रिया चक्रवर्ती ने जमानत अर्जी में सर्वोच्च अदालत की गाइडलाइन्स मानने में एजेंसी की विफलता का आरोप लगाया। साथ ही अपनी जमानत याचिका में रिया ने कहा कि वह निर्दोष है और केस में फर्जी तरीके से फंसाया गया है। हालांकि, एनसीबी का दावा है कि रिया ने ड्रग्स खरीदे थे।
गौरतलब है कि एनसीबी द्वारा गिरफ्तार अन्य आरोपियों को सत्र अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इनमें अभिनेत्री के भाई शौविक चक्रवर्ती, सुशांत के प्रबंधक सैमुअल मिरांडा, उनके निजी कर्मचारी दीपेश सावंत और मादक पदार्थों के संदिग्ध कारोबारी जैद विलात्रा और अब्दुल बासित परिहार शामिल हैं।एनसीबी ने भाई और बहन दोनों को एनडीपीएस एक्ट की धारा 27 के तहत केस दर्ज किया है।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की तीन संघीय एजेंसियां एनसीबी, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) विभिन्न दृष्टिकोणों से जांच कर रही है। गौरतलब है कि राजूपत गत 14 जून को बांद्रा स्थित अपने आवास में मृत पाये गये थे।
ईडी ड्रग्स केस में पैसों के लेन-देन की जांच कर सकता है
सुशांत केस में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा ईडी नया मामला दर्ज कर सकता है। ईडी के एक अफसर का कहना है, “नया केस दर्ज करने के लिए कानूनी सलाह ले रहे हैं। पहले हमने सुशांत के पिता केके सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया था, जो सुशांत के बैंक खाते से पैसे निकालने से जुड़ा था। जबकि, नया मामला एनसीबी की जांच के नतीजों के आधार पर होगा, क्योंकि ड्रग्स मामले में कई गिरफ्तारियां हुई हैं। ईडी ड्रग तस्करी और ड्रग खरीद से कमाए गए पैसे का एंगल भी देखेगा।”