नई दिल्ली। अमेजन हो या फ्लिपकार्ट या फिर कोई भी शॉपिंग वेबसाइट्स जहां से हम खरीदारी करते हैं। सामान खरीदने से पहले हम अक्सर उस प्रोडक्ट के रिव्यू को पढ़ते हैं। उसके बाद रिव्यू के आधार पर हम यह तय करते हैं कि उस सामान को खरीदना है या नहीं। इसको लेकर कई बार शिकायतें भी आई हैं। हाल ही में अमेजन पर कई फेक रिव्यूज की बात सामने आई है।
बीबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रतिद्वंद्वियों को नुकसान पहुंचाने के लिए इंडिपेंडेंस सेलर द्वारा बेवसाइट पर वन स्टार रिव्यू दिया जा रहा है। खबर के मुताबिक, नकली फीडबैक के कारण कई लोग प्रभावित हैं जो कि यह मानते हैं कि इससे उन्हें गलत परिणाम भुगतना पड़ा है।
जांच की मांग: उपभोक्ता अधिकार चैंपियन अब यूके वॉच डॉग से जांच की मांग कर रहे हैं। अमेजन का मानना है कि आश्चर्य की बात है कि कुछ ऑनलाइन रिटेल विक्रेता फीडबैक के नाम पर खेल रहे हैं। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नकली फीडबैक देने के पैसे भी दिए जाते हैं। हालांकि, अमेजन रिव्यू में हेरफेर से निपटने की तैयारी कर रही है।
23 बिलियन डॉलर का मार्केट रिव्यू से प्रभावित: प्रतियोगिता और बाजार प्राधिकरण का मानना है कि यूके में ऑनलाइन खरीदारी का करीब 23 बिलियन डॉलर रिव्यू से प्रभावित है। बता दें कि इंटरनेट पर नकली सकारात्मक समीक्षा एक बडी समस्या बन गई है। कई रिपोर्ट्स में इस बात का खुलासा हो चुका है। पिछले हफ्ते ही, फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि अमेजन के कुछ टाॅप क्रम के यूके समीक्षक इस तरह की गतिविधि में लगे हुए दिखाई दिए। अमेजन ने सप्ताहांत में 20,000 नकली सकारात्मक फीडबैक को हटा दिया।
फेक पोस्ट: इस वेबसाइट पर जाकर आप पता लगा सकते हैं कि कौन सा रिव्यू सही है और कौन सा गलत। इसके लिए आपको किसी भी प्रोडक्ट का वेब लिंक(एड्रेस लिंक) कॉपी करके फेक पोस्ट के एनालाइज बॉक्स में डालकर इंटर कर देना है। बेवसाइट फेक रिव्यू को अलग कर देता है।
रिव्यू मेटा: इस सेक्शन में भी आपको बिल्कुल वैसा ही प्रोसेस फॉलो करना है। आपके प्रोडक्ट के लिंक को वेबसाइट पर जाकर चेक करना होगा।