कोटा। जेईई-मेन की गुरुवार को कम्प्यूटर बेस्ड मोड पर दो पारियों में परीक्षा हुई। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन के सीसैट एप पर प्राप्त विद्यार्थियों के फीडबैक के अनुसार जेईई मेन्स का पेपर स्तरीय रहा, तीनों विषयों में कुछ सवाल अच्छे व समय लेने वाले रहे। वहीं कुछ सवालों में परेशानी आई।
सुबह की पारी में परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स से एलन के सीसैट एप पर प्राप्त फीडबैक के अनुसार पेपर स्तरीय रहा, कुछ कठिन भी कहा जा सकता है। सभी विषयों के जेईई मेन के टाॅपिक्स को कवर किया गया। अधिकांश स्टूडेंट्स ने फिजिक्स को मोस्ट डिफिकल्ट साइड बताया जबकि कैमेस्ट्री में इनफोर्मेटिव पार्ट से आए सवालों में परेशानी हुई। मैथ्स के लगभग सभी टाॅपिक्स से प्रश्न दिए गए। 3-4 सवाल ऐसे भी रहे, जिसमें न्यूमेरिकल सेक्शन में नियरेस्ट इंटीजर भरने के लिए कहा गया।
फिजिक्स के सवाल में बच्चे उलझे। कुछ सवालों में कैलकुलेशन काफी लम्बी थी तो कुछ में आवश्यक स्थिरांक भी स्पष्ट नहीं थे। हालांकि कुछ स्टूडेंट्स के अनुसार ऐसे सवाल एप्रोक्सिमेशन से या इलिमिनेशन से हो रहे थे। मैकेनिक्स से 3-4 सवाल डायोड व ईएमवी से 1-1 सवाल थे, जबकि माॅडर्न फिजिक्स का वेटेज कम रहा। मैथ्स का पेपर स्तरीय रहा। सभी टाॅपिक्स कवर किए गए।
बाइनोमील व स्टैंडर्ड डेविएशन के सवालों में समय अधिक खर्च हुआ। केमेस्ट्री में फिजिकल केमेस्ट्री के कंडक्शन, इलेक्ट्रोकेमेस्ट्री व फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट के न्यूमेरिकल स्तरीय थे, जबकि आर्गेनिक व इन आर्गेनिक के इनफोर्मेटिव सवालों में परेशानी हुई, जैसे नोवेस्ट्राल की अभिक्रियाएं, थर्मल प्लांट से होने वाले एनवायरमेंटल इफेक्ट के सवाल पूछे गए।
शाम की पारी में परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स से एलन के सीसैट एप पर प्राप्त फीडबैक के अनुसार पेपर थोड़ा आसान रहा। फीजिक्स सबसे आसान रहा, जिसमें थ्योरीटिकल व न्यूमेरिकल प्रश्नों का बैलेंस रहा। मैकेनिक्स के सवाल आसान रहे जबकि ईएमआई के सवाल कठिन रहे। ऑप्टिक्स व मैंस के टाॅपिक का वैटेज कम रहा।
केमेस्ट्री में आर्गेनिक सेक्शन सबसे कठिन रहा, जिसमें एसएन-2 रिएक्शन, एल्डाल केनीजारों के कुछ अच्छे सवाल पूछे गए, जबकि एक मैच द काॅलम में कुछ आर्गेनिक ड्रग्स व उनके उपयोग से सवाल पूछे गए। फिजिकल में इलेक्ट्रोकैमेस्ट्री, इक्वलीबिरियम जैसे चैप्टर भी कवर किए गए।
इन आर्गेनिक में काॅर्डिनेशन से दो सवाल जबकि कुछ सवाल पी ब्लाॅक से थे, जो आसान रहे। मैथ्स में इंटीग्रेशन डिफरेंशन, वैक्टर जैसे टाॅपिक्स से ज्यादा कवरेज रहा। कुछ सवाल जेईई-मैंस के टाॅपिक्स रिलेशन व रीजनिंग से भी पूछे गए। 11वीं व 12वीं एनसीईआरटी का लगभग समान वैटेज रहा