कोटा। श्योपुर-राजस्थान बॉर्डर पर बह रही चंबल नदी में बीती रात से उफान आ गया, इससे उसकी सहायक पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा और कुहांजापुर और खातौली पुल पानी में समा गए। पुल जलमग्न होते ही श्योपुर मध्यप्रदेश का राजस्थान को कोटा, बारां, मांगरौल आदि शहर व कस्बों से सीधा संपर्क टूट गया।
गौरतलब है कि बीते तीन दिनों में मालवा क्षेत्र में भारी बारिश हुई। इसी बारिश का असर पार्वती नदी के उफान में दिखा। श्योपुर जिले में इस बार औसत से कम बारिश हुई है लेकिन, मालवा की बारिश ने श्योपुर की नदियों में बाढ़ ला दी। रात दो बजे पार्वती नदी का पानी खातौली पुल के बराबर आ गया और रविवार सुबह पांच बजे खातौली पुल के ऊपर पांच फीट पानी हो गया। दिन बढ़ने के साथ-साथ नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता गया।
दोपहर साढ़े तीन बजे 14 फीट के करीब पानी हो गया। पार्वती नदी के इसी उफान में बड़ौदा तहसील क्षेत्र का कुहांजापुर पुल भी डूब गया। दोपहर तीन बजे पुल पर दो फीट से ज्यादा पानी था। खातौली पुल डूबने से राजस्थान के कोटा से और कुहांजापुर पुल जलमग्न होने से राजस्थान के बारां, मांगरौल क्षेत्र का संपर्क श्योपुर से कट गया। कोटा जाने वाले लोग आधे रास्ते से लौटकर घरों को वापस आए। पुलिस ने पुल से कुछ दूरी पर ही रास्ता रोक दिया है। निगरानी के लिए तहसीलदार, पटवारियों की टीम पार्वती नदी किनारे बसे गांवों का दौरा कर रहे हैं।
सिंचाई विभाग के अनुसार फिलहाल पार्वती नदी का जलस्तर 195.70 मीटर है। मालवा में हो रही लगातार बारिश से नदी के खतरे के निशान तक जाने की आशंका है। कोटा डैम लबालब, चंबल नदी में छोड़ा पानी राजस्थान में भी लगातार बारिश होने से कोटा-बैराज डैम लबालब हो गया है। कोटा डैम फुल होने से रविवार को 3759 क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया है। इससे चंबल नदी का जलस्तर बढ़कर 185.86 हो गया है। राजस्थान में ज्यादा बारिश हुई और पार्वती नदी का पानी मिलकर चंबल में उफान ला सकते हैं।