MP में भारी बारिश से कालीसिंध नदी उफान पर, खोलने पड़े कोटा बैराज के गेट

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कोटा। मध्यप्रदेश में भारी बारिश का साइड इफेक्ट अब राजस्थान के हाडौती संभाग की नदियों पर भी दिखने लगा है। मध्यप्रदेश से राजस्थान को आने वाली कालीसिंध व पार्वती नदियों में भारी पानी की आवक है। यह नदियां कोटा जिले के इटावा क्षेत्र में भारी उफान पर आई हुई है। लिहाजा इसे ध्यान में रखते हुए झालावाड़ जिले में कालीसिंध नदी पर बने कालीसिंध डैम के रविवार को 10 गेट खोलकर 1 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई है। कालीसिंध डैम से बड़ी मात्रा में पानी की निकासी करने से कोटा जिले में कालीसिंध नदी भारी उफान पर है।

कालीसिंध और पार्वती नदी उफान पर
आपको बता दें कि लगातार भारी बारिश के कारण बड़ोद-ढीबरी की कालीसिंध की पुलिया पर करीब 3 सीट की चादर बहने लगी है। इस कारण कोटा इटावा स्टेट हाईवे ठप्प पड़ गया है। वहीं पार्वती नदी में मध्यप्रदेश से आ रहे पानी के कारण नदी भारी उफान आ गया है। यहां खातोली-श्योपुर को जोड़ने वाली खातोली पुलिया पर करीब 10 फीट की चादर चल रही है। पुलिया पर उफान आने से राजस्थान व मध्यप्रदेश के बीच संपर्क कट गया है। साथ ही अयाना के पास सूरथाक पुलिया पर भी 4 फीट पानी की चादर चल रही है। ऐसे में अयाना का मध्यप्रदेश से संपर्क टूट गया है।

प्रशासन अलर्ट मोड़ पर
इन नदियों में उफान आने से इटावा उपखंड प्रशासन अलर्ट मोड पर आया हुआ है। वहीं ग्रामीणों को नदी के बहाव क्षेत्र की ओर जाने से मना किया गया है। पुलियाओं ऊपर नदियों का उफान आने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई है। साथ ही झालावाड़ जिले में कालीसिंध व आहू नदी उफान पर होने से कई गांवों का संपर्क कट गया है। झालावाड़ जिला प्रशासन ने नदियों के आसपास बसे गांव में भी अलर्ट जारी किया है।

कोटा बैराज से छोड़ा पानी
इधर चंबल पर बंधे कोटा बैराज डैम के कैचमेंट इलाके में शनिवार की रात को अच्छी बारिश होने से कोटा बैराज डैम की अपस्ट्रीम तक पानी की आवक हुई है। ऐसे में जल संसाधन विभाग ने कोटा बैराज डैम के दो गेट खोलकर 3700 क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा है। हालांकि दोपहर होते-होते डैम में पानी की आवक कम होने पर दोनों गेट बंद कर पानी की निकासी बंद की गई। कोटा जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में स्थित चंबल नदी पर बंधे गांधी सागर बांध में लगातार तीन लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। ऐसे में गांधी सागर डैम का जलस्तर 1299 फीट पर पहुंच गया है। डैम की भराव क्षमता 1312 फिट है। यानी सिर्फ डैम अब 13 फिट ही खाली है।

भारी बारिश की चेतावनी
इधर राज्य मौसम विभाग ने हाड़ौती संभाग में रविवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है। संभावना जताई गई है कि कोटा संभाग के कोटा, बूंदी, बारां व झालावाड़ जिलों में कहीं-कहीं पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की बात करें तो कोटा में रविवार को 431 एमएम बारिश हुई है। जबकि आज तक 545 एमएम बारिश हो जानी चाहिए थी। ऐसे में कोटा में 114 एमएम बारिश कम हुई है।