राजस्थान / गहलोत सरकार बहुमत में है या अल्पमत में आज होगा तय

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जयपुर। सियासत और क्रिकेट एक से हैं। अनिश्चितता भरे। सत्ता का राजस्थान प्रीमियर लीग शुरू हो चुका है। अगले 24 घंटे बताएंगे कि कौनसा विधायक किसकी टीम से खेलेगा, गहलोत या पायलट? सरकार बहुमत में होगी या अल्पमत में, इसका फैसला भी सोमवार सुबह 10:30 बजे विधायक दल की बैठक में विधायकों की परेड के साथ हो जाएगा। सीएमआर में होने वाले सत्ता के इस ट्रायल में सचिन की गुगली के सामने सरकार को शतक लगाने की चुनौती है।

बता दें कि पायलट खेमे की ओर से दावा किया जा रहा है कि उनके समर्थन में कांग्रेस के 30 विधायक व कुछ निर्दलीय विधायक हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पायलट समर्थक विधायक आज इस्तीफा देंगे। डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है और न ही कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकालने का ऐलान किया है।

हालांकि इस सियासी संकट के बीच बैकफुट पर आई कांग्रेस की तरफ से अब पायलट को मनाने की कवायद में भी जुट गई है। हालांकि पायलट खेमे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वे इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। इस बैठक के बाद प्रदेश में गहलोत सरकार का भविष्य तय हो जाएगा। इधर, गहलोत खेमे ने 100 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

30 टूटे तो राज्यपाल सरकार से बहुमत मांगेंगे
30 से ज्यादा विधायक साथ होने पायलट का दावा सच हुआ तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी। कांग्रेस के 107 विधायक हैं। कांग्रेस के 30 विधायक कम होने का मतलब है 77 विधायक रह जाएंगे। ऐसी स्थिति में राज्यपाल कलराज मिश्र सरकार काे बहुमत साबित करने के लिए कह सकते है, फिर सरकार काे विधानसभा में बहुमत साबित करना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार रात अपनी सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों को सीएमआर में खाने पर बुलाया। कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। करीब 115 विधायक इस रात्रि भोज में शामिल हुए हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हाथ के निशान पर जो लोग जीत कर आए हैं, उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जनता के वोट का अपमान करता है तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। डिनर के दौरान सीएम ने विधायकों से लगातार बातचीत की और बाद में मंत्रियों की अलग से बैठक भी बुलाई।

पीसीसी का नया कप्तान कौन
राजस्थान कांग्रेस का अगला कप्तान यानी प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अगला अध्यक्ष कौन होगा?… इस पर सोमवार को ही फैसला हो सकता है। हालांकि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के अगले कदम के ऐलान के बाद ही यह संभव होगा। विधायक दल की मीटिंग कराने के लिए रविवार को ही शाम रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, अविनाश पांडे सहित अन्य नेता मौजूद रहेंगे।

पायलट के बागी तेवर के बाद पार्टी की ओर से जल्द ही नए कप्तान का ऐलान किया जा सकता है। हरीश चौधरी, महेश जोशी, लाल चंद कटारिया में से किसी एक को प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर दी जा सकती है। गौरतलब है कि पिछले छह साल से अधिक समय से सचिन पालयट प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष है। प्रदेश कांग्रेस के इतिहास में वे सबसे अधिक समय तक अध्यक्ष रहने का रिकार्ड बनाया है। उन्होंने अभी पद से इस्तीफा नहीं दिया है।