जयपुर। भरतपुर डीआइजी लक्ष्मण गौड़ के नाम से पांच लाख रुपए रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी की रिमांड पर चल रहे दलाल की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इससे एसीबी मुख्यालय में हड़कंप मच गया। एसीबी अधिकारियों ने अनुसंधान अधिकारी पृथ्वीराज मीणा सहित उनकी टीम के 11 सदस्यों को एहतियातन क्वारंटीन होने के निर्देश दिए हैं।
उधर, अनुसंधान अधिकारी मीणा ने सोमवार को भरतपुर रेंज के कुल 18 एसएचओ से रिश्वत संबंधित मामले में पूछताछ की। दलाल से पूछताछ में आई चीजें, कॉल डिटेल के आधार पर इन पुलिस वालों से पूछताछ की गई। सोमवार को भरतपुर के 9, सवाईमाधोपुर के 5 और धौलपुर के 4 एसएचओ एसीबी मुख्यालय में पहुंचे। इससे पहले 16 पुलिस वालों से एसीबी अधिकारी पूछताछ कर चुके। एसीबी सूत्रों के मुताबिक, भरतपुर डीआइजी के नाम से रुपए मांगने के मामले में एसीबी का अनुसंधान तेजी से चल रहा है।
एसीबी मुख्यालय में दलाल प्रमोद से पूछताछ में जुटी टीम ने बताया कि आरोपी से सोशल डिस्टेंंसिंग बनाकर पूछताछ की जा रही थी। रिमांड अवधि पूरी होने पर आरोपी को पुन: न्यायालय में पेश किया जाना था। लेकिन अब न्यायालय के आदेश पर आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संभावना जताई गई है कि एक दिन पहले एसीबी के गेट पर तैनात गार्ड कोरोना पॉजिटिव आया था। गार्ड जिस बाथरूम को उपयोग में लेता था, उसी बाथरूम में आरोपी दलाल भी जाया करता था। बाथरूम के गेट या अन्य किसी जगह गार्ड ने टच किया, उसी जगह आरोपी दलाल ने टच किया। इसके चलते वह भी कोरोना पॉजिटिव हो गया।