नई दिल्ली। सोने (Gold) के प्रति भारतीयों की दीवानगी हमेशा से रही है लेकिन अभी इसे लेकर अभूतपूर्व क्रेज देखा जा रहा है। अचानक भारतीय सोने के बेस्ट इनवेस्टर बनकर उभर रहे हैं। अभी सोने को लेकर निवेशकों में होड़ मची हुई है और हर कोई सोने में निवेश की सलाह दे रहा है। यही वजह है कि इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं। लेकिन क्या आपने इस बात पर गौर किया है कि चांदी (silver) भी सोने को कड़ी टक्कर दे रही है।
मार्केट एक्सपर्ट कुणाल बोथरा के मुताबिक चांदी की कीमतों में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 16 मार्च को 1450.98 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच गया था जबकि चांदी का भाव 18 मार्च को 11.61 डॉलर प्रति ओंस था। लेकिन इसके बाद से सोने के भाव में 24 फीसदी तेजी आई है जबकि चांदी की कीमत 59 फीसदी बढ़ी है।
निवेशकों की चांदी
इससे साफ है कि कोविड-19 के कारण आई गिरावट के बाद चांदी ने सोने से बेहतर प्रदर्शन किया है। चांदी करीब चार साल बाद एक तिमाही में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंची है। हालांकि चांदी को 2011 के अपने रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना है। तब चांदी की कीमत 49-50 डॉलर प्रति ओंस पहुंच गई थी। लेकिन जिस तरह चांदी में तेजी आई है उससे साफ है कि आने वाले दिनों में इससे निवेशकों की चांदी हो सकती है।