बाडेबंदी में सीएम,मंत्री एवं विधायकों समेत 250 लोग, तो शादी में 50 पर पाबंदी क्यों

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जयपुर। कोरोना संकटकाल के बीच जयपुर के एक लग्ज़री होटल में कांग्रेस विधायकों की बाडेबंदी के बाद प्रदेश के तमाम मैरेज गार्डन और टेंट डीलर्स कारोबारियों ने सरकार के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। राजस्थान टेंट डीलर्स किराया व्यवसायी समिति के बैनर तले इन कारोबारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इस बारे में अवगत कराया है। साथ ही इस तरह के आयोजन को देखते हुए शादी समारोह में 50 व्यक्तियों की पाबंदी को हटाकर 400 व्यक्तियों के करने का आग्रह किया है।

प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में बताया गया है कि प्रदेश में लॉकडाउन है और कोरोना के मामलों में कोई कमी नहीं आई है। बावजूद इसके राजस्थान सरकार ने राज्यसभा चुनाव के मद्देनज़र 10 जून को एक होटल में विधायकों की बाडेबंदी की। मीटिंग के नाम पर हुए इस आयोजन में सरकार के मंत्रियों के अलावा केंद्रीय और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों समेत 200-250 सदस्य एकजुट हुए।

समिति ने पत्र में लिखा कि वैश्विक महामारी कोरोना और लॉकडाउन के चलते प्रदेश में शादी समारोह आयोजित करने की छूट दी गई है, जिसमें 50 लोगों के ही शामिल होने सहित कई तरह की शर्तें लगाई गई हैं। कहीं भी 50 से ज़्यादा व्यक्तियों के आयोजन पर पूर्ण रोक है। ऐसे में यदि राजधानी में ही 200- 250 नेताओं का जमावड़ा होता है और उसे प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधित करते हैं तो ये और गंभीर मसला है। ऐसे में मैरेज गार्डन और टेंट डीलर्स कारोबारियों को भी राहत देते हुए दी समारोह करने के लिए 300-400 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति दी जाए।