नयी दिल्ली। देश के शेयर बाजारो की दिशा इस सप्ताह कोरोना वायरस से जुड़े घटनाक्रमों, लॉकडाउन 4.0 के ब्योरे और कंपनियों कें तिमाही नतीजों से तय होगी। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा स्थानीय बाजारों का रुख वैश्विक बाजारें से भी तय होगा। कुछ देशों में कोविड-19 का दूसरा दौर शुरू होने की आशंका जताई जा रही है। इससे वैश्विक बाजारों के प्रभावित होने के आसार हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज कितना प्रभावी है, बाजार इसका भी आकलन करेगा। इस पैकेज को अर्थव्यवस्था को उबारने की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज की पांच किस्तों में घोषणा की है।
इसकी पहली किस्त का ब्योरा बुधवार को आया था, लेकिन इससे बृहस्पतिवार को बाजार उत्साहित नहीं था। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह इन उपायों की घोषणा किस्तों में करेगी। लेकिन इसका क्रियान्वयन सबसे महत्वपूर्ण है।
बाजार वायरस से संक्रमित लोगों के आंकड़े, लॉकडाउन 4.0 के ब्योरे और तिमाही नतीजों से भी दिशा ग्रहण करेगा। तिमाही नतीजों की वजह से किसी शेयर विशेष में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’ रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि बाजार प्रोत्साहन पैकेज के और ब्योरे का इंतजार कर रहा है।
संभवत: सोमवार 18 मई को बाजार इसपर प्रतिक्रिया दे सकता है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘अब बाजार फिर से वैश्विक संकेतों पर ध्यान केंद्रित करेगा और संभवत: दबाव में रहेगा। इस महामारी का दूसरा दौर शुरू होने और अर्थव्यवस्था में सुस्ती के अधिक लंबा खिंचने की आशंका है।
अभी तक तिमाही नतीजे उतार-चढ़ाव पैदा करने वाले रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि बाजार को अब लॉकडाउन 4.0 के तहत नए नियमों इंतजार है। बीते सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 544.97 अंक या 1.72 प्रतिशत के नुकसान में रहा। इस सप्ताह भारती एयरटेल, अपोलो टायर्स, बजाज फाइनेंस, टाटा पावर कंपनी, बजाज ऑटो, डॉ रेड्डीज लैब ओर हिंदुस्तान जिंक जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं।