नई दिल्ली। चालू सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ) पर गेहूं(Wheat) की खरीद बढ़कर 105 लाख टन से ज्यादा हो गई है। अब तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश की है, जबकि उत्तर प्रदेश और राजस्थान से खरीद सीमित मात्रा में ही हो पा रही है।
भारतीय खाद्य निगम (FCI ) की ओर से अब तक की गई कुल खरीदी में पंजाब की हिस्सेदारी 53.79 लाख टन है, जबकि हरियाणा से 26.55 लाख टन गेहूं खरीदा गया है। मध्य प्रदेश से अब तक 19.74 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। पंजाब और मध्य प्रदेश से गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी, जबकि हरियाणा से खरीद 20 अप्रैल से।
उत्तर प्रदेश और राजस्थान से खरीद कम
उत्तर प्रदेश और राजस्थान से खरीद अब तक कम रही है। गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक उत्तर प्रदेश से चालू रबी में समर्थन मूल्य पर 4.54 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जबकि राजस्थान से खरीद एक लाख टन से भी कम हुई है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान से गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी और इन राज्यों से चालू रबी में खरीद का लक्ष्य क्रमशः 55 और 17 लाख टन का तय किया गया है, जबकि पिछले रबी में उत्तर प्रदेश से 37 लाख टन और राजस्थान से 14.11 लाख टन गेहूं की खरीद हो पाई थी।
407 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य
चालू सीजन में 407 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा गया है, जबकि पिछले रबी सीजन में समर्थन मूल्य पर 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। पंजाब से चालू रबी सीजन में खरीद का लक्ष्य 135 लाख टन और हरियाणा से 95 लाख टन तय किया गया है। जबकि पिछले रबी में इन राज्यों से क्रमशः 129.12 लाख टन और 93.20 लाख टन खरीद की गई थी। मध्य प्रदेश से चालू रबी में खरीद का लक्ष्य 105 लाख टन का है, जबकि पिछले रबी में खरीद 67.25 लाख टन की हुई थी।