इंफोसिस को चौथी तिमाही में 4335 करोड़ रुपए का मुनाफा

0
636

नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही के वित्तीय नतीजे घोषित कर दिए। बीएसई फाइलिंग के अनुसार, मार्च तिमाही में इंफोसिस को कुल 4335 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटिड शुद्ध मुनाफा हुआ है। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 6.3 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल यानी वित्त वर्ष 2018-19 की मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा आईएफआरएस नॉर्म्स के अनुसार 4078 करोड़ रुपए रहा था।

राजस्व में आठ फीसदी की बढ़ोतरी
बीएसई फाइलिंग के अनुसार, मार्च तिमाही में इंफोसिस का कुल राजस्व 23,267 करोड़ रुपए रहा है। पिछले साल की समान अवधि के 21,539 करोड़ रुपए के मुकाबले इस साल राजस्व में 8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने कोरोनावायरस महामारी के कारण कारोबार में आई अनिश्चितता को देखत हुए वित्त वर्ष 2020-2021 के लिए कोई रेवेन्यू आउटलुक जारी नहीं किया है। फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि कोरोना के कारण पैदा हुआ हालातों को देखते हुए अगले वित्त वर्ष के लिए राजस्व और मार्जिन का कोई अनुमान पेश नहीं कर रही है।

जब हालातों में सुधार होगा, तब कंपनी अनुमान पेश करेगी। इंफोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि सोमवार को कंपनी ने 93 फीसदी कार्य दूर रहकर किया और कंपनी बदले हुए हालातों में भी अपने ग्राहकों को सेवा देने के लिए वचनबद्ध है।

शेयरधारकों को 190 फीसदी लाभांश देने की घोषणा
कंपनी ने शेयरधारकों को 190 फीसदी लाभांश देने की घोषणा की है। निदेशक मंडल ने सभी शेयरधारकों को 9.50 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश देने की भी मंजूरी प्रदान की है। यह शेयर के अंकित मूल्य (पांच रुपये) का 190 प्रतिशत है।

3.75 फीसदी के तेजी के साथ बंद हुए शेयर
चौथी तिमाही में मुनाफा बढ़ने की उम्मीद में इंफोसिस के शेयर सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई में कंपनी का शेयर 3.75 फीसदी या 23.60 रुपए की तेजी के साथ 652.90 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई में इंफोसिस के शेयर 3.53 फीसदी या 22.20 रुपए की तेजी के साथ 650.95 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुए। बीएसई में इंफोसिस का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.78 लाख करोड़ रुपए के करीब है।