सुधा अस्पताल के प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश, सच छुपाया

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कोटा। कोरोना संक्रमित एंबुलेंस चालक के बारे में सुधा अस्पताल प्रबंधन ने झूठी जानकारी जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग को दी थी। उसके झूठ की पोल पुलिस की ओर से की गई प्रारंभिक जांच में खुल गई। कोरोना संक्रमण से उपजे हालात का जायजा लेने के जयपुर से आए राज्य सरकार की ओर से नियुक्त विशेष अधिकारी व रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन की अध्यक्षता में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में भी यह मामला उठा।

जैन ने अस्पताल प्रबंधन के रवैये पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों से असत्य जानकारी के बारे में पूछा और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। इस पर सीएमएचओ ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई है।

कॉल डिटेल से हुआ खुलासा
सुधा अस्पताल के संचालक डॉ. आरके अग्रवाल ने बुधवार को एंबुलेंस के चालक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कहा था कि एक अप्रैल से चालक अवकाश पर था तथा चार दिन पहले केवल एक बार अस्पताल आया। वह स्टाफ के तीन सदस्यों से मिला, जिन्हें होम क्वारेंटाइन कर दिया है।

इधर पुलिस ने जब एंबुलेंस चालक के फोन की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि वह एक अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच कई बार अस्पताल आया। उसके मोबाइल की लोकेशन लगभग हर रोज की उसी तरफ मिल रही है। यह भी पता चला है कि वह एक दिन किसी पेशेंट को जयपुर लेकर गया और जेरोक्स मशीन भी ठीक कराने के लिए लेकर गया था। यह जानकारी आने के बाद पुलिस चौकस हो गई। गहनता से मामले की पड़ताल की जा रही है।