नई दिल्ली। कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत ने बड़े स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। देश में अब ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट होगा। रैपिड डायग्नोस्टिक किट सेअब 5 मिनट में पहचान हो जाएगी। कोरोना संक्रमित की पहचान हालांकि, इसकी शुरूआत उन्हीं जिलों से होगी, जहां संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आए हैं। यह जानकारी रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
इस मौके पर आईसीएमआर के प्रतिनिधि ने बताया कि 8 अप्रैल तक भारत में रैपिड डायग्नोस्टिक किट आ जाएगा। इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इस टेस्टिंग किट से केवल पांच मिनट में कोरोना पॉजिटिव केस की जानकारी मिल जाएगी। वहीं, कोरोना निगेटिव बताने में इस किट को 13 मिनट लगेंगे।
274 जिलों में संक्रमण के मामले
अग्रवाल ने कहा कि अभी तक 274 जिलों से कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। 24 घंटों में 472 मामलों की पुष्टि हुई है। देशभर में अब संक्रमितों की संख्या 3374 हो गई है। तब्लीगी जमात का प्रकरण नहीं होता तो देश में 7.4 दिनों में केस डबल हो रहे थे मगर अब यह मामले 4.1 दिनों में दोगुना हो रहे हैं।
फार्मा कंपनियों को खोलने में मदद करें डीएम
अग्रवाल ने बताया कि कैबिनेट सेक्रेटरी ने भी जिलाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वह फार्मा से जुड़ी कंपनियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए व्यवस्था करें। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए कर्मचारियों को कंपनी तक ले जाने की व्यवस्था करें। अगर किसी को इंटर स्टेट ट्रैवेल भी करना है तो उसका भी प्रबंध करें।
हवा से नहीं फैल सकता वायरस
आईसीएमआर के डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने कोरोनावायरस के हवा से फैलने की बात को खारिज किया। उन्होंने कहा कि अभी तक इसके हवा से फैलने का कोई सबूत नहीं मिला है। अगर ऐसा होता तो एक संक्रमित व्यक्ति का पूरा परिवार इसकी चपेट में आ जाता या फिर अस्पताल में भर्ती मरीज से पूरे अस्पताल में लोगों को यह फैल सकता। इस तरह के शोध का अभी कोई महत्व नहीं है।
पीपीई किट जल्द होगी सप्लाई
अग्रवाल ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। हर कोई सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करे। धूम्रपान, गुटखा आदि का सेवन न करे। जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि नई इंश्योरेंस स्कीम के बारे में सभी हेल्थ वर्कर्स और डॉक्टर को बताएं कि सरकार उनके लिए सबकुछ कर रही है। पीपीई किट, मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को पूरा किया जा रहा है। दो दिनों के अंदर कई राज्यों में पीपीई किट भेजे गए हैं। आने वाले एक सप्ताह में बड़ी संख्या में किट मिल जाएगी। विदेशों में इसके लिए ऑर्डर दिया गया है। कई स्वदेशी कंपनियां भी इसे तैयार कर रहीं हैं।
डीएम ध्यान रखें कि खेती न प्रभावित हो
गृह मंत्रालय की अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कृषि का कामकाज प्रभावित नहीं होना चाहिए। इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। सभी राज्य सरकारों से कहा गया है कि वह किसानों की जरूरतों को पूरा करें। खेती-किसानी के लिए जरूरी खाद, मशीनें की दुकानें खोलने का भी आदेश दिया जा चुका है। जिलाधिकारी इसे सुनश्चित करें।