नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बढ़ते मामले देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कोरोना प्रभावित 75 जिलों को 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया। इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाएं मिलेंगी। रेल सर्विस, मेट्रो सर्विस और बस सर्विस इस दौरान बंद रहेगी। यह आदेश रविवार को कैबिनेट सचिव ने जारी किया है।
उन्होंने बताया कि पाबंदी उन 75 जिलों में लगाई गई है जहां पर कोरोना पॉजेटिव मामले सामने आए हैं। 31 मार्च तक अब गैर जरूरी यातायात पर अब 31 मार्च तक के पाबंदी लगा दी गई है। इस दौरान कोई भी ट्रेन नहीं चलेगी। साथ ही मेट्रो का परिचालन भी सीमित होगा।
देश में पहली बार लगातार 9 दिन तक कोई यात्री ट्रेन नहीं चलेगी। पिछले 11 दिनों में कोरोनावायरस के करीब 250 मामले सामने आने और 6 लोगों की मौत हो जाने के बाद रेलवे बोर्ड ने शनिवार को यह फैसला लिया। रेलवे के मुताबिक, 22 मार्च आधी रात से 31 मार्च की आधी रात तक सिर्फ मालगाड़ियां ही चलेंगी। रेलवे 12500 यात्री ट्रेनें चलाता है, जिसमें हर दिन औसतन 2.3 करोड़ लोग सफर करते हैं।
रेलवे 9000 पैसेंजर ट्रेनें और 3500 मेल एक्सप्रेस हर दिन चलाता है। इनमें लंबी दूरी वाली मेल/एक्सप्रेस, इंटरसिटी ट्रेनें, प्रीमियम ट्रेनें और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। इससे पहले जनता कर्फ्यू के मद्देनजर रेलवे ने कहा था कि शनिवार आधी रात से रविवार रात 10 बजे तक देश के किसी भी स्टेशन से कोई ट्रेन नहीं चलेगी। रविवार को देशभर में 2400 पैसेंजर और लंबी दूरी की 1300 एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं चलाई गईं। रेलवे ने कोलकाता मेट्रो को भी रविवार आधी रात से 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया है। रविवार तड़के 4 बजे से पहले जो ट्रेनें शुरू हो चुकी थीं, वे अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच जाएंगी।
रद्द ट्रेनों में बुकिंग का किराया लौटाएगा रेलवे
रेलवे ने रविवार को लिए गए फैसले से पहले कहा था कि रद्द हुईं ट्रेनों का पूरा किराया यात्रियों को लौटाया जाएगा। काउंटर टिकट लेने वाले यात्रियों को 45 दिन में रिफंड किया जाएगा। रेलवे ने उन यात्रियों को भी सहूलियत देने का फैसला लिया है, जो ट्रेन में रिजर्वेशन होने के बावजूद खुद यात्रा कैंसिल करवा रहे हैं। ऐसे लोग यात्रा की तारीख से 30 दिनों में टीडीआर फाइल कर सकते हैं। अगर इसमें चूक गए तो उसके अगले सात दिनों में सीसीएम या सीसीओ के यहां आवेदन कर सकते हैं। ऐसे लोगों को भी पूरा किराया रिफंड कर दिया जाएगा।