कोटा राजस्थान में फिल्माई रानी मुखर्जी स्टारर फिल्म ‘मर्दानी 2’ शुक्रवार को रिलीज हो चुकी है। फिल्म ‘हिचकी’ के बाद रानी मुखर्जी की ये नई फिल्म है। फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। ट्रेलर से ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि ये महिलाओं की सुरक्षा और लैंगिक असमानता जैसे मुद्दों को दर्शाती नजर आएगी। और देखा जाए तो फिल्म इन दोनों ही पैमानों पर खरी उतरती नजर आती है। दर्शक, रानी मुखर्जी की इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। और आज ये खत्म हो चुका है।
रानी मुखर्जी फिल्म ‘मर्दानी 2’ में शिवानी शिवाजी रॉय नाम की पुलिस अफसर का किरदार निभा रही हैं। रानी, शुरू से ही फिल्म में अपने फर्ज के लिए समर्पित नजर आती हैं। ‘मर्दानी 2’ आपको प्रीक्वल ‘मर्दानी‘ की याद दिलाएगी। फिल्म, एक ऐसे अपराधी (विशाल जेठवा) को पकड़ने की कहानी है जो महिलाओं के साथ क्रूरता से पेश आता है और फिर उसके बाद उन्हें जान से मार देता है।
साथ ही शिवानी शिवाजी रॉय को वह उसे पकड़ने के लिए चैलेंज करता है। अपराधी की उम्र फिल्म में बेहद कम होती है। फिल्म में शिवानी किस तरह इस अपराधी को पकड़ती हैं और उसका क्या हाल करती हैं इसके लिए आप फिल्म देख सकते हैं।
नाबालिग विलेन सनी को एक खास इरादे के लिए वहां के दबंग नेताओं ने मेरठ से कोटा बुलवाया है। मेरठ भी भारत के उन इलाकों सा है, जहां के लोगों में मर्दवादी मानसिकता ज्यादा है। औरतों को पांवों की जूती समझा जाता है। सरल शब्दों में कहें तो सनी खूंखार सायको किलर और यौन अपराधी है।
शिवानी शिवाजी रॉय कोटा शहर की एसपी हैं। शहर भारत का कोचिंग सेंटर का हब है। इंजीनियरिंग, मेडिकल और एमबीए की तैयारियों को समूचे देश से यहां स्टूडेंट्स जुटते हैं। उनमें कुछ स्टूडेंट्स सनी का ईगो हर्ट करती हैं। बदले में सायको सनी उनका बलात्कार और निर्ममता से हत्याएं करता है।
खुद को बड़ा शातिर समझता है। एसपी शिवानी शिवाजी रॉय को चैलेंज करता रहता है। फिर शुरू होती है पुलिस और अपराधी के बीच चूहे बिल्ली का खेल। यह फिल्म एक ऐसे समय में आई है, जब पूरा देश प्रियंका रेड्डी वारदात के चलते उबल रहा है। उनके रेपिस्टों के एनकाउंटर पर भी बहुसंख्यकों का समर्थन हासिल है। फिल्म में भी उसके करीब सा पोएटिक जस्टिस है।
सनी के रोल में विशाल जेठवा इस फिल्म की खोज हैं। पर्दे पर उनके किरदार को नफरत भरी निगाहों से देखा जाएगा, मगर अपनी अदायगी से उन्होंने सबका दिल जीता है। शिवानी शिवाजी रॉय के रोल में रानी मुखर्जी को उन्होंने बराबर की टक्कर दी है। मर्दानी फ्रेंचाइजी की बात ही की जाए तो विलेन की कास्टिंग निर्माता एप्ट करते रहे हैं। बाकी कलाकारों का भी साथ मिला है।
फिल्म को सीरियस टोन का रखने को गाने नहीं रखे गए हैं। बहुत जल्द मुद्दे पर आती है। रफ्तार तेज रखी गई है। डायरेक्टर गोपी पुथरण स्क्रीनप्ले में नयापन लेकर आने में सफल हुए हैं। एडिटिंग टाइट रखी गई है। खुद रानी मुखर्जी ने सधी हुई अदाकारी की है। शिवानी के इमोशन को उन्होंने बहुत नपा-तुला रखा है।