नई दिल्ली। युवा वर्ग के सिर चढ़कर बोल रहे क्लाउड गेमिंग के शौक में अब गूगल ने भी शामिल होने की तैयारी कर ली है। गूगल ने अपनी स्टेडिया क्लाउड सर्विस के लांच के साथ ही गेमिंग कंपनी का भी दर्जा हासिल कर लिया है। स्टेडिया के जरिए लोगों को वेब ब्राउजर और स्मार्टफोन पर कंसोल-क्वालिटी वाले वीडियो गेम खेलने का मौका मिलेगा।
इंटरनेट दिग्गज गूगल ने वैश्विक वीडियो गेम उद्योग में इस साल अपने लिए करीब 150 अरब डॉलर की शीर्ष पायदान पर कब्जा करने का लक्ष्य तय किया है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि स्टेडिया का भविष्य बेहद अनिश्चित है, क्योंकि इस बेहद प्रतिस्पर्धी बाजार में उसे सोनी एंटरटेनमेंट के प्लेस्टेशन नाऊ सरीखे प्रतिद्वंद्वी का सामना करना पड़ेगा।
स्टेडिया को प्रसिद्ध करने के लिए गूगल ने पिछले महीने 129 डॉलर में ‘फाउंडर्स’ संस्करण किट बेची थी, जिसमें एक स्टेडिया कंट्रोलर और टीवी सेट में लगने वाली पेंडेंट जैसी क्रोमकास्ट अल्टा वायरलेस कनेक्शन डिवाइस थी। स्टेडिया प्रो संस्करण के लिए गूगल ने अमेरिका में 10 डॉलर प्रति माह का किराया तय किया है और फिलहाल इसकी सेवाएं उत्तरी अमेरिका व यूरोप के 14 देशों में उपलब्ध कराई जाएंगी।