कोटा। भगत की कोठी से बिलासपुर जाने वाली ट्रेन को रोकने के बजाय थ्रू सिगनल देने के मामले में कोटा रेल प्रशासन ने स्टेशन मास्टर प्रकाश चन्द मीणा को निलंबित कर दिया है। ट्रेन को रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन पर रुकना था, लेकिन ट्रेन को थ्रू सिगनल दे दिया। ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया।
भगत की कोठी से बिलासपुर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेन का कोटा रेल मंडल के रामगंजमंडी में ठहराव पहले से तय है। शनिवार को ट्रेन को रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म के पास वाली लूप लाइन पर लेना था, लेकिन ट्रेन को थ्रू सिगनल दे दिया गया। यानी ट्रेन को रामगंज मंडी रेलवे स्टेशन पर रुकने के बजाय सीधे जाने की माैन स्वीकृति दे दी गई।
ट्रेन के ड्राइवर ने जब रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन पर मैन लाइन से पास होने का थ्रू सिगनल दिखाई दिया तो वह असमंजस में आ गया। उसने ट्रेन की स्पीड कम की और ट्रेन को मैन लाइन पर रोक दिया। बाद में थ्रू सिगनल भी गिरा दिए गए। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए रेल प्रशासन ने स्टेशन मास्टर को निलंबित कर दिया है।
ड्राइवर रोक सकता था होम सिगनल से पहले ट्रेन : भगत की कोठी-बिलासपुर ट्रेन को रोकने के बजाय थ्रू सिगनल देने की स्थिति में ट्रेन का ड्राइवर होम सिगनल से पहले ट्रेन को रोककर वाॅकी-टाॅकी से स्टेशन मास्टर से बातचीत करके थ्रू दिए सिगनल को गिराने की बात कह सकता था। ड्राइवर भी होम सिगनल को क्राॅस कर चुका था।