लंदन। लीबिया में हिंसा और एयरस्ट्राइक की खबर से ग्लोबल मार्केट में तेल की कीमतें 71 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के पार पहुंच गईं। मंगलवार को ग्लोबल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमतें लगभग 14 सेंट बढ़कर 71.34 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गईं, जो तेल का 5 महीने का उच्चतम स्तर है।
माना जा रहा है कि लीबिया हिंसा के बाद ग्लोबल मार्केट में तेल की सप्लाई घट सकती है, जो पहले से ओपेक (OPEC) देशों में उत्पादन में कटौती और अमेरिका द्वारा ईरान व वेनेजुएला पर प्रतिबंध लगाने जाने से सीमित बनी हुई है।
आर्थिक मंदी और कमजोर डिमांड की आशंकाओं के बावजूद पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यातक देशों के संगठन ओपेक (OPEC) द्वारा उत्पादन में कटौती के चलते इस साल की कीमतों में 30 फीसदी की रैली आ चुकी है। रॉयटर्स के मुताबिक, ‘लीबिया में ऑयल प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट पर किसी तरह का खतरा नहीं है, लेकिन हिंसा की खबर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए पर्याप्त है।’
2011 के बाद से अस्थिर है तेल की सप्लाई
OPEC सदस्य देश लीबिया प्रति दिन लगभग 1.1 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) तेल का उत्पादन करता है, जो ग्लोबल तेल उत्पादन का महज 1 फीसदी है। वर्ष 2011 में मुअम्मर गद्दाफी के खिलाफ बगावत के बाद ही वहां तेल की सप्लाई अस्थिर बनी हुई है।
हिंसा की खबर से बढ़ी चिंताएं
एक ग्लोबल एनालिस्ट ने कहा, ‘हिंसा की खबर के बाद लीबिया में तेल की सप्लाई घटने की चिंताएं बढ़ गई हैं।’ सोमवार को सीरिया में त्रिपोली के एक मात्र सक्रिय एयरपोर्ट पर एक वारप्लेन के अटैक से तनाव खासा बढ़ गया है। ट्रेडर्स ने कहा कि इकोनॉमिक स्लोडाउन की चिंताओं के चलते तेल की खपत घटने की आशंकाओं के बावजूद कीमतों में तेजी जारी है।