हाजिर मांग से धनिया एवं सोयाबीन वायदा में तेजी

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नयी दिल्ली। बढ़ते हाजिर मांग के बीच कारोबारियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में वृहस्पतिवार को धनिया की कीमत 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,679 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी।  उधर, मजबूत हाजिर माग के समर्थन से सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में सोयाबीन की कीमत 11 रुपये की तेजी के साथ 3,431 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी।

इसके अलावा प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों से सीमित आवक के कारण सीमित स्टॉक रहने से धनिया वायदा कीमतों में तेजी आई। एनसीडीईएक्स में धनिया के जनवरी 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत पांच रुपये अथवा 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,679 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी जिसमें 22,310 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

इसी प्रकार धनिया के अप्रैल 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 12 रुपये अथवा 0.17 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,886 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी जिसमें 8,200 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने धनिया वायदा कीमतों में तेजी का श्रेय सीमित स्टॉक के मुकाबले हाजिर मांग में आई तेजी को दिया।

सोयाबीन वायदा कीमतों में तेजी : प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों से सीमित आवक के कारण भी सोयाबीन वायदा कीमतों में तेजी आई।एनसीडीईएक्स में सोयाबीन के सर्वाधिक सक्रिय फरवरी 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 11 रुपये अथवा 1.39 प्रतिशत की तेजी के साथ 3,431 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी।

इसी प्रकार सोयाबीन के मार्च 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 15 रुपये अथवा 0.43 प्रतिशत की तेजी के साथ 3,470 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी। बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू मांग में तेजी आने के बाद कारोबारियों की ताजा लिवाली से वायदा कारोबार में सोयाबीन की कीमतों में तेजी आई।

सुस्त मांग के कारण कच्चा तेल वायदा कीमतों में गिरावट
सुस्त घरेलू मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे वायदा कारोबार में वृहस्पतिवार को कच्चातेल की वायदा कीमत 75 रुपये की गिरावट के साथ 3,706 रुपये प्रति बैरल रह गयी।

एमसीएक्स में कच्चातेल के जनवरी 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 75 रुपये अथवा 1.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,706 रुपये प्रति बैरल रह गयी जिसमें 3,634 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

इसी प्रकार कच्चातेल के मार्च 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत भी 87 रुपये अथवा 2.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,759 रुपये प्रति बैरल रह गयी जिसमें 118 लॉट के लिए कारोबार हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों में तेजी देखी गई।