नई दिल्ली । बैंक कर्मचारियों के संगठन ने दिसंबर के मध्य तक एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल की योजना बनाई है। संगठन यह हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के तीन प्रमुख बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के प्रस्तावित विलय के विरोध में करेगा।
ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉई एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचेलम ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन केंद्र सरकार की बैंकों की विलय नीति के खिलाफ होगा। पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, “नवंबर के पहले हफ्ते में इस हड़ताल की तारीख तय हो जाएगी।
हमने एसबीआई में उसके सहयोगी बैंकों के मर्जर के अनुभव को महसूस किया है जो कि बेहतर नहीं रहा है। यहां कुछ शाखाएं थीं जिन्हें बंद किया गया जिससे रोजगार के अवसर कम हुए।”
उन्होंने आगे कहा, “जब एसबीआई में इसके सहयोगी बैंकों का विलय हुआ तब से इसकी 1600 शाखाएं बंद हो चुकी हैं, जबकि 5,000 अन्य शाखाएं रडार में हैं।
बीते 10 वर्षों में एसबीआई में इसके सहयोगी बैंकों को मिलाकर हर साल 60,000 नए रोजगार देखे गए जबकि इनका मर्जर होने के बाद बैंक ने सिर्फ 5000 नए लोगों को ही रोजगार दिया है। यह बैंकिंग क्षेत्र में रोजगार को प्रभावित करता है।” उन्होंने आगे यह भी कहा कि बैंकों की विलय प्रक्रिया गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) को कम करने में मदद नहीं करती है।