नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सदी की सबसे बड़ी कारोबारी जंग शुरू कर दी है। ट्रंप ने चीन के प्रोडक्ट्स पर 34 अरब डॉलर (2.34 लाख करोड़ रुपए) के शुल्क की पुष्टि कर दी है। शुक्रवार से इसे लागू कर दिया गया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने रिपोर्टरों को बताया कि आने वाले दो सप्ताह में 16 अरब डॉलर का टैरिफ और लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले लगाए गए टैरिफ और अब जो टैरिफ लगाए जाएंगे वह कुल मिलाकर 550 अरब डॉलर तक पहुंच जाएंगे। यह रकम चीन के अमेरिका को कुल वार्षिक एक्सपोर्ट से भी ज्यादा हो जाएगी।
दोनों मुल्क लगातार टैरिफ लगा रहे हैं
अभी जिन चीनी प्रोडक्ट पर अमेरिका ने इंपोर्ट ड्यूटी लगाई है उनमें सेमिकंडक्टर और एयरप्लेन के पार्ट शामिल हैं। राष्ट्रपति पद संभालने के बाद ही ट्रंप चीन पर बौद्धिक संपदा के हनन करने और व्यापार घाटे को गैर वाजिब तरीके से बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं। दोनों मुल्क लगातार एक दूसरे के प्रोडक्ट पर शुल्क लगा रहे हैं।
अभी तक हर बार शुरुआत अमेरिका की ओर से होती है और उसके जवाब में चीन टैरिफ लगाता है। चीनी के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि वह अपनी अर्थव्यवस्था के दरवाजे और खोलने को तैयार हैं और वह अमेरिका व भारत के व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
चीन बोला, हम जवाब देने को मजबूर
इधर चीन ने कहा कि अमेरिका ने आर्थिक इतिहास की सबसे बड़ी ट्रेड वार शुरू कर दी है। कॉमर्स मिनिस्टरी की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘देश के लोगों को देश हित की सुरक्षा के लिए चीन जवाब देने के लिए मजबूर है।’ ट्रंप प्रशासन की ओर से लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ चीन के प्रोडक्ट जैसे इंडस्ट्रियल मशीनरी, मेडिकल डिवाइस और ऑटो पार्ट को निशाना बना रहे हैं।
भारत की ट्रेड पॉलिसी पर भी सवाल उठाए
जून के आखिरी में ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत की ट्रेड पॉलिसी पर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि भारत, अमेरिका से आने वाले कई प्रोडक्ट पर 100 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। इसके साथ ही ट्रंप ने उस सभी देशों से कारोबारी रिश्ते तोड़ने की धमकी दी है, जो अमेरिका को लूट रहे हैं।
कनाडा के क्यूबेक (Quebec) शहर में चल रहे G7 सम्मेलन के दौरान उन्होंने यह बात कही थी। इस दौरान उन्होंने ना केवल आम सहमित से जारी बयान को खारिज कर दिया बल्कि कार्यक्रम के मेजबान को बुरी तरह बेइज्जत भी किया।
हर कोई हमें लूट रहा है: ट्रंप
इससे पहले एक प्रेस कांफ्रेंस में ट्रंप ने कहा, ‘हम तो पिगीबैंक की तरह हो गए हैं और हर कोई हमें लूट रहा है।’ उन्होंने भारत की ओर इशारा करते हुए कि टैरिफ को लेकर अमेरिका की जो शिकायत वह केवल विकसित देशों से ही नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ये केवल जी7 नहीं है। मेरा मतलब है हमारे सामने भारत भी है, जहां कई चीजों पर 100 फीसदी टैरिफ है और हम कोई टैरिफ नहीं ले रहे। हम ऐसा नहीं कर सकते। हम इसके अलावा कई और देशों के बारे में बात कर रहे हैं।